PM Surya Ghar Yojana: गुजरात बना सौर ऊर्जा का सिरमौर, पीएम सूर्य घर योजना में सबसे आगे

PM Surya Ghar Yojana: गुजरात बना सौर ऊर्जा का सिरमौर, पीएम सूर्य घर योजना में सबसे आगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की नेतृत्व क्षमता ने गुजरात को एक बार फिर ऊर्जा क्षेत्र में नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत गुजरात ने 3.36 लाख सोलर रूफटॉप पैनल लगाकर देश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह देश के कुल स्थापित पैनलों का 34% हिस्सा है, जो इस बात का प्रमाण है कि राज्य न केवल अक्षय ऊर्जा की दिशा में अग्रसर है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की राह पर भी दृढ़ है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित 3.05 लाख सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य गुजरात ने समय से पहले ही पूरा कर लिया। गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) के अनुसार, राज्य में अब तक कुल 3.36 लाख रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं, जिससे यह देश में सबसे आगे निकल गया है। योजना के तहत गुजरात के 3.03 लाख उपभोक्ताओं को केंद्र सरकार द्वारा कुल 2362 करोड़ रुपये की सब्सिडी भी प्राप्त हुई है।
इस उपलब्धि के साथ गुजरात ने न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में योगदान दिया है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन को भी सशक्त बनाया है। अब तक इन सौर पैनलों से 1232 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन हो चुका है, जो पारंपरिक 1834 मिलियन यूनिट बिजली के बराबर है। इससे 1284 मीट्रिक टन कोयले की बचत और 1504 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय स्तर पर यदि तुलना करें तो गुजरात के बाद महाराष्ट्र 1.89 लाख सोलर पैनलों के साथ दूसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश 1.22 लाख, केरल 95 हजार और राजस्थान 43 हजार पैनलों के साथ क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। यह आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि गुजरात अन्य राज्यों से काफी आगे निकल चुका है।
गुजरात की यह पहल न केवल ऊर्जा उत्पादन का स्वरूप बदल रही है, बल्कि आम नागरिकों के जीवन में भी बदलाव ला रही है। कम बिजली बिल, पर्यावरण हित और तकनीकी सशक्तिकरण जैसे पहलुओं में यह योजना क्रांतिकारी साबित हो रही है।