Haridwar Development: हरिद्वार को मिला 3 करोड़ रूपये का पुरस्कार, नीति आयोग की बैठक में प्लान ऑफ एक्शन तैयार

Haridwar Development: हरिद्वार को मिला 3 करोड़ रूपये का पुरस्कार, नीति आयोग की बैठक में प्लान ऑफ एक्शन तैयार
हरिद्वार, 27 मई 2025 — हरिद्वार जिले को नीति आयोग के ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स प्रोग्राम’ (ADP) के अंतर्गत ‘फाइनेंशियल इंक्लूजन एंड स्किल डेवलपमेंट’ थीम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 3 करोड़ रूपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में नीति आयोग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें धनराशि के उपयोग के लिए विस्तृत प्लान ऑफ एक्शन पर चर्चा की गई।
नीति आयोग से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप 3 करोड़ रूपये की यह राशि आयोग की एम्पावरमेंट कमेटी को अनुमोदन हेतु भेजी गई है। इस राशि को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में समग्र विकास के लिए पाँच प्रमुख विषयों में विभाजित किया गया है, जिनमें स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका, शिक्षा और पशुपालन शामिल हैं।
स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 80.32 लाख रूपये की योजना बनाई गई है, जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और सामुदायिक स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार शामिल है। पोषण के तहत 98.60 लाख रूपये स्वीकृत किए गए हैं, जिनका उपयोग आंगनबाड़ी केन्द्रों के सौर्य केन्द्र और सौंदर्यकरण हेतु किया जाएगा। यह सौंदर्यकरण कार्य 65 आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया जाएगा, जिससे पोषण सुविधाओं में गुणवत्ता बढ़ेगी।
अजीविका क्षेत्र के लिए 18.36 लाख रूपये की योजना प्रस्तावित की गई है, जिसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। शिक्षा क्षेत्र में 56 लाख रूपये का बजट तय किया गया है, जिसके अंतर्गत ‘खेल उदय’ योजना के अंतर्गत 7 विद्यालयों में खेल संबंधी आधारभूत ढांचे को विकसित किया जाएगा। वहीं, पशुपालन विभाग से संबंधित योजनाओं हेतु 46.72 लाख रूपये की धनराशि निर्धारित की गई है, जो पशु चिकित्सा सेवाओं के विस्तार और पशुपालकों के सशक्तिकरण में सहायक होगी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ योजनाओं की विस्तृत रूपरेखा पर चर्चा की और उन्हें समयबद्ध कार्यान्वयन के लिए दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पुरस्कार राशि का उद्देश्य केवल योजनाओं का कार्यान्वयन नहीं, बल्कि जिले की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में ठोस सुधार लाना है।
बैठक में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, परियोजना प्रबंधक रीप संजय सक्सेना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. डीके चन्द, जिला क्रीड़ा अधिकारी शबाली गुरूंग, और परियोजना अधिकारी उरेडा वाई एस बिष्ट सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह समीक्षा बैठक जिले के समावेशी विकास की दिशा में एक अहम कदम सिद्ध हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हरिद्वार प्रशासन राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुंचाने में प्रतिबद्ध है।