Dehradun: मुख्यमंत्री धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान को किया रवाना, ITBP का 1032 किमी का सामरिक-सांस्कृतिक मिशन शुरू

Dehradun: मुख्यमंत्री धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान को किया रवाना, ITBP का 1032 किमी का सामरिक-सांस्कृतिक मिशन शुरू
देहरादून से शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में हुए अहमदाबाद विमान हादसे में दिवंगत 241 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा।
हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह ट्रैक न केवल साहस, समर्पण और सामरिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि यह सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा, सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और स्थानीय जीवनशैली को प्रोत्साहन देने की दिशा में भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि ITBP का यह 45 सदस्यीय दल उत्तराखंड से हिमाचल होते हुए लद्दाख तक 1032 किलोमीटर की कठिन और साहसी यात्रा करेगा, जिसमें वे 27 घाटियों और 27 दर्रों को पार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह ट्रैकिंग मिशन सैन्य निगरानी, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की पहचान, स्थानीय परंपराओं को प्रोत्साहन, और एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ-साथ वाइब्रेंट विलेज योजना को मजबूती देगा। अभियान के दौरान ITBP दल 84 वाइब्रेंट विलेज से होकर गुजरेगा और लगभग 3.5 लाख फलदार पौधे स्थानीय लोगों को वितरित करेगा।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की वीरभूमि पर गर्व जताते हुए कहा कि राज्य के सपूत हमेशा देश की रक्षा में अग्रणी रहे हैं। उन्होंने कहा कि ITBP वर्ष 1962 से सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्यों में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशस्त्र बलों के सशक्तिकरण की दिशा में चल रहे प्रयासों को रेखांकित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर का भी उल्लेख किया और कहा कि भारत की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अडिग है।
मुख्यमंत्री धामी ने सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि:
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शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये कर दी गई है।
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वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली सम्मान राशि में वृद्धि की गई है।
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बलिदानियों के आश्रितों को सरकारी नौकरी में समायोजन की अवधि 2 साल से बढ़ाकर 5 साल कर दी गई है।
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पूर्व सैनिकों और वीरता सम्मान प्राप्त सैनिकों को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा, संपत्ति क्रय पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट, और बेटियों के विवाह के लिए विशेष अनुदान जैसे प्रावधान भी लागू हैं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव गृह शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, IG ITBP संजय गुंज्याल, IG गिरीश चन्द्र उपाध्याय, और ITBP के अनेक जवान मौजूद रहे। IG गुंज्याल ने बताया कि यह अभियान वाइब्रेंट विलेज और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ सामरिक और पर्यटन की दृष्टि से एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध होगा।