• April 19, 2025

Silkyara Tunnel: सिलक्यारा टनल में ऐतिहासिक ब्रेकथ्रू, मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पूरा हुआ संकल्प

 Silkyara Tunnel: सिलक्यारा टनल में ऐतिहासिक ब्रेकथ्रू, मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पूरा हुआ संकल्प
Sharing Is Caring:

Silkyara Tunnel: सिलक्यारा टनल में ऐतिहासिक ब्रेकथ्रू, मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पूरा हुआ संकल्प

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में बुधवार को सिलक्यारा सुरंग का ब्रेकथ्रू सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह सुरंग न केवल राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना है, बल्कि आस्था, तकनीक और मानवता का संगम भी है। 1384 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह 4.531 किलोमीटर लंबी डबल लेन सुरंग गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी को 25 किलोमीटर तक घटा देगी, जिससे चारधाम यात्रा सुगम और सुरक्षित होगी। इस परियोजना के पूर्ण होने से न केवल तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय व्यापार, पर्यटन और रोजगार में भी वृद्धि होगी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने परियोजना से जुड़े सभी इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों और श्रमिकों को बधाई दी और कहा कि यह क्षण केवल उन्नत इंजीनियरिंग का नहीं, बल्कि संकल्प, समर्पण और आस्था की जीत का प्रतीक है। वर्ष 2023 में जब सुरंग निर्माण के दौरान 12 नवम्बर को अचानक भूस्खलन हुआ और 41 श्रमिक सुरंग में फंस गए, तब यह मिशन दुनिया के सबसे जटिल और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशनों में से एक बन गया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में आधुनिक संसाधनों और विशेषज्ञों की मदद से सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यह घटना तकनीकी दक्षता, मानवीय भावना और संगठनात्मक समर्पण का अद्भुत उदाहरण बनी।
CM Photo 15 Dt 16 April 2025 scaled

रेस्क्यू ऑपरेशन के समय मुख्यमंत्री ने लगातार स्थल पर डेरा डाले रखा और संचालन की प्रत्यक्ष निगरानी की। उसी समय उन्होंने बाबा बौखनाग से रेस्क्यू की सफलता के लिए प्रार्थना की और मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। आज उसी संकल्प की पूर्ति के रूप में बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई, जिसमें मुख्यमंत्री स्वयं देहरादून से पूजा सामग्री और भेंट लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग के मुख पर बाबा बौखनाग की प्रतिमा स्थापित करते ही उम्मीदों की किरणें जगीं और रेस्क्यू सफल हुआ। उन्होंने बाबा से प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की और श्रद्धालुओं को उनके आशीर्वाद का लाभ लेने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चार महत्वपूर्ण घोषणाएँ भी कीं। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा टनल का नाम बाबा बौखनाग के नाम पर रखा जाएगा। गेंवला-ब्रह्मखाल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाएगा। बौखनाग टिब्बा को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा और स्यालना के निकट हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा।

इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा, विधायक श्री सुरेश चौहान, श्री दुर्गेश्वर लाल, श्री संजय डोभाल, एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एसपी श्रीमती सरिता डोभाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। यह दिन न केवल उत्तराखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए इंजीनियरिंग, नेतृत्व और आस्था का प्रतीक बन गया है।

Sharing Is Caring:

Admin

https://nirmanshalatimes.com/

A short bio about the author can be here....

Related post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *