Uttarakhand: विदेशी श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा प्रबंधन की प्रशंसा की, ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में हो रहा बेहतरीन संचालन

Uttarakhand: विदेशी श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा प्रबंधन की प्रशंसा की, ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में हो रहा बेहतरीन संचालन
उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा इस वर्ष न सिर्फ देश भर से, बल्कि दुनियाभर के श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की इस आध्यात्मिक यात्रा में शामिल हो रहे विदेशी श्रद्धालु न केवल धार्मिक आस्था से प्रेरित हैं, बल्कि यात्रा के कुशल प्रबंधन और प्रशासन की व्यवस्थाओं से भी अत्यंत प्रभावित हैं।
ऋषिकेश स्थित यात्रा ट्रांजिट कैंप में विदेशी यात्रियों के लिए विशेष पंजीकरण व्यवस्था की गई है, जिससे उनकी यात्रा प्रक्रिया और भी सुगम हो रही है। उत्तराखंड सरकार और चारधाम यात्रा प्रशासन संगठन द्वारा संचालित इस कैंप में तीर्थयात्रियों को पंजीकरण, स्वास्थ्य परीक्षण और निशुल्क भोजन जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। विदेशी यात्रियों के लिए अलग से बनाए गए काउंटर उन्हें बेहतर अनुभव दे रहे हैं, जिसकी सराहना वे खुले दिल से कर रहे हैं।
4 जून को ब्रिटेन के थॉमस जब ट्रांजिट कैंप पहुंचे, तो उन्होंने न केवल पंजीकरण प्रक्रिया की सरलता की प्रशंसा की, बल्कि यह भी बताया कि उन्हें यात्रा मार्ग, ठहरने और स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी सहजता से मिल गई। इसी प्रकार 30 मई को ताइवान से आए 17 सदस्यों के एक दल ने जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए पंजीकरण कराया, तो उन्होंने 60 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों के लिए की गई स्वास्थ्य जांच व्यवस्था की विशेष सराहना की।
रूस से आए राहुल और तुषार ने 19 मई को बद्रीनाथ धाम की यात्रा की और ऋषिकेश स्थित ट्रांजिट कैंप की सफाई व्यवस्था व कर्मचारियों के सहयोगी व्यवहार की प्रशंसा की। वहीं, कनाडा से आए रितुराज कालरा और अमेरिका निवासी रविंदर भट्टी ने बद्रीनाथ धाम यात्रा के अनुभव को अत्यंत सुखद बताया और कहा कि विदेशी नागरिकों के लिए विशेष पंजीकरण सुविधा एक सराहनीय कदम है।
गंगोत्री और बद्रीनाथ यात्रा के लिए आईं अमेरिका की कुलेश करन और देविशा करन ने भी यात्रा प्रबंधन को बेहतरीन बताते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार की व्यवस्थाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की हैं।
अब तक ऋषिकेश स्थित ट्रांजिट कैंप में कुल 8486 विदेशी तीर्थयात्रियों का पंजीकरण हो चुका है, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत की आध्यात्मिक शक्ति अब वैश्विक श्रद्धालुओं को भी आकर्षित कर रही है। चारधाम यात्रा प्रशासन को सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सभी तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता, सुरक्षा और सुविधा प्रदान की जाए, ताकि वे देवभूमि उत्तराखंड से एक सकारात्मक और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटें।
चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन चुकी है, बल्कि भारत की अतिथि सत्कार और संगठन क्षमता का भी उत्कृष्ट उदाहरण बनती जा रही है।