Kawad Mela 2025: कांवड़ मेले की सफल तैयारी को लेकर हरिद्वार में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने दिए सुरक्षा और समन्वय को लेकर निर्देश

Kawad Mela 2025: कांवड़ मेले की सफल तैयारी को लेकर हरिद्वार में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने दिए सुरक्षा और समन्वय को लेकर निर्देश
हरिद्वार के सीसीआर सभागार में शनिवार को आगामी कांवड़ मेले को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराने हेतु एक अहम अंतरराज्यीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड के मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने की। इस बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली तथा राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए।
मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कांवड़ मेले को आस्था और श्रद्धा का भव्य उत्सव बताते हुए सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और यातायात की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्वास्थ्य सेवाएं, परिवहन और आपदा प्रबंधन समेत सभी विभागों को आपसी समन्वय और रियल टाइम डाटा साझा करते हुए कार्य करना होगा।
उन्होंने सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी इनपुट्स को भी तुरंत साझा करने की बात कही और कहा कि सभी व्यवस्थाएं तकनीक-सक्षम हों ताकि न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ अधिकतम परिणाम हासिल किए जा सकें। उन्होंने विशेष रूप से आगामी कुंभ मेले की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए इस कांवड़ मेले को एक पूर्वाभ्यास के रूप में लेने का सुझाव भी दिया।
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर भेल पार्किंग का उपयोग किया जाए। यात्रा मार्गों पर बने ढाबों और होटलों में सुरक्षा मानकों का अनुपालन हो और रेट लिस्टें स्पष्ट रूप से चस्पा की जाएं। साथ ही, उन्होंने कानून व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशिक्षित और दक्ष अधिकारियों को ही विशेष जिम्मेदारियां सौंपने की बात कही।
बैठक में उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने कहा कि हर धार्मिक आयोजन नई चुनौतियां प्रस्तुत करता है और ऐसे में रियल टाइम सूचनाओं का आदान-प्रदान, अफवाहों का तत्काल खंडन और प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती बहुत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्गों पर ‘क्या करें और क्या न करें’ की सूचनाएं स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की जानी चाहिएं।
गृह सचिव श्री शैलेश बगौली ने यात्रा को सरल, सुरक्षित और श्रद्धालुओं की सहूलियतों पर केंद्रित बताते हुए सभी व्यवस्थाओं की समयबद्धता पर बल दिया।
हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कांवड़ यात्रा की अवधि, राज्यों से श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या, ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और अन्य व्यवस्थाओं का विस्तृत पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया। उत्तर प्रदेश की ओर से डीआईजी अभिषेक सिंह ने यूपी में चल रही तैयारियों की जानकारी दी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए, शराब व मांस की बिक्री से संबंधित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन हो और डीजे संचालकों को अग्रिम रूप से नोटिस देते हुए बाउंड डाउन किया जाए। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जाए और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिंक साझा किए जाएं।
उत्तराखंड द्वारा समय-समय पर हरिद्वार में पार्किंग की स्थिति से उत्तर प्रदेश को अवगत कराया जाएगा ताकि वाहनों का सुगम संचालन सुनिश्चित किया जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में उत्तर प्रदेश से एडीजी भानु भास्कर, गृह सचिव मोहित गुप्ता, मेरठ कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद, बरेली कमिश्नर सौम्य अग्रवाल, सहारनपुर कमिश्नर ए.के. राय, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, आईजी आरपीएफ पंकज गंगवार तथा उत्तराखंड से आईजी निलेश आनंद भरणे, डीआईजी धीरेन्द्र गुंज्याल, मेलाधिकारी सोनिका, एसएसपी देहरादून अजय सिंह समेत पांचों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कांवड़ यात्रा को लेकर इस स्तर पर हुआ अंतरराज्यीय समन्वय यह दर्शाता है कि सरकारें श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहज अनुभव के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उम्मीद की जा रही है कि यह मेला न केवल सफल होगा, बल्कि भावी कुंभ के लिए एक प्रभावशाली मिसाल भी पेश करेगा।