Delhi: आपदाओं से निपटने के लिए अंतरराज्यीय मॉक ड्रिल वार्षिक कार्यक्रम बनेगी: अमित शाह

Delhi: आपदाओं से निपटने के लिए अंतरराज्यीय मॉक ड्रिल वार्षिक कार्यक्रम बनेगी: अमित शाह
नई दिल्ली में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राहत आयुक्तों एवं आपदा प्रतिक्रिया बलों के सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा प्रबंधन के भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की योजना अंतरराज्यीय मॉक ड्रिल को एक वार्षिक अभ्यास के रूप में स्थापित करने की है, जिससे देश की आपदा से लड़ने की क्षमता को मजबूत किया जा सके।
अपने संबोधन में शाह ने स्पष्ट किया कि यह प्रयास राज्य सरकारों के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “कई आपदाएं और चक्रवात ऐसे होते हैं, जिनका प्रभाव सीमाओं से परे होता है। ऐसे में अंतरराज्यीय तालमेल और साझा अभ्यास आवश्यक हो जाता है। हम इसे नियमित रूप से हर साल आयोजित करना चाहते हैं, जिससे तैयारी और प्रतिक्रिया दोनों में सुधार हो।”
शाह ने ‘स्टार्टअप इंडिया’ पहल को आपदा राहत तकनीकों से जोड़ने की योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे इस दिशा में मंथन और तैयारी शुरू करें ताकि नवाचार और तकनीक के माध्यम से आपदा प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए शाह ने कहा कि केवल आपदा से बचाव की सोच अधूरी है। उन्होंने कहा, “हमें ऐसी धरती का निर्माण करना होगा जहां आपदाएं हों ही नहीं। इसके लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता भी शामिल हो।”
गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में किए गए कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत अब न केवल आपदा से निपटने की क्षमता विकसित कर रहा है, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी अपनी विशेषज्ञता साझा कर रहा है।
शाह के अनुसार, यदि देश पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देगा, तो भविष्य में प्राकृतिक आपदाओं की तीव्रता और आवृत्ति को रोक पाना संभव नहीं होगा। उन्होंने सभी संबंधित एजेंसियों और राज्यों से अपील की कि वे दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं और सतत विकास के साथ-साथ आपदा-रोधी भारत की दिशा में मिलकर कार्य करें।