Uttarakhand: मुख्य सचिव ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा, परीक्षा पैटर्न और भारत दर्शन योजना पर दिए अहम निर्देश

Uttarakhand: मुख्य सचिव ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा, परीक्षा पैटर्न और भारत दर्शन योजना पर दिए अहम निर्देश
देहरादून, 21 मई 2025: उत्तराखंड के मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में शिक्षा विभाग की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप परीक्षा प्रणाली एवं अन्य शैक्षणिक प्रावधानों को जल्द से जल्द लागू करने के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत प्रस्तावित परीक्षा पैटर्न को समाहित करने के लिए संस्थागत व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा की और निष्पादन में गति लाने पर जोर दिया।
भारत दर्शन योजना का विस्तार
मुख्य सचिव ने माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत भारत दर्शन योजना को विस्तार देने के निर्देश देते हुए कहा कि वर्ष 2025 में कम से कम 1000 विद्यार्थियों को भारत दर्शन यात्रा कराई जाए। उन्होंने अगले वर्ष के लिए 5000 बच्चों के भ्रमण का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा। उन्होंने यात्रा अवधि को 7 दिन किए जाने और विद्यार्थियों को देश के प्रमुख विज्ञान, तकनीकी और सैन्य प्रतिष्ठानों के भ्रमण हेतु प्रेरित करने की बात कही।
क्लस्टर स्कूलों के निर्माण कार्यों में तेजी
मुख्य सचिव ने प्रस्तावित 559 क्लस्टर स्कूल भवनों के लिए एक माह के भीतर डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक के दौरान ही चयनित कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखों से फोन पर संवाद कर कार्य की समयसीमा तय करने को कहा। साथ ही स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर लैब निर्माण के लिए भी डीपीआर एक माह में प्रस्तुत करने को कहा गया।
मुख्य सचिव ने विभागीय अधिकारियों को जिलाधिकारियों और निर्माण एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर जनपदों का दौरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहन भाड़े से जुड़े मामलों के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समितियों की बैठकें शीघ्र आयोजित करने को कहा।
निर्माण कार्यों के लिए तय हो समयसीमा
श्री बर्द्धन ने कहा कि निर्माण कार्यों में अनावश्यक देरी से बचने के लिए प्रत्येक कार्य के लिए एक स्पष्ट टाइमलाइन निर्धारित की जाए। साथ ही सचिव, अपर सचिव और महानिदेशक स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए।
आवासीय विद्यालयों पर विशेष ध्यान
मुख्य सचिव ने प्रदेश में आवासीय विद्यालयों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक आवासीय विद्यालय को एक वाहन उपलब्ध कराया जाए, ताकि किसी भी मेडिकल या आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके। उन्होंने सभी प्रस्तावित हॉस्टल फैसिलिटी की डीपीआर भी एक माह के भीतर तैयार करने को कहा।
बैठक में सचिव श्री रविनाथ रमन, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरु सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।