Uttarakhand: अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर मुख्यमंत्री धामी ने किया श्रद्धांजलि समारोह, नारी शक्ति और सांस्कृतिक पुनर्जागरण को बताया प्रेरणा स्रोत

Uttarakhand: अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर मुख्यमंत्री धामी ने किया श्रद्धांजलि समारोह, नारी शक्ति और सांस्कृतिक पुनर्जागरण को बताया प्रेरणा स्रोत
देहरादून में शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश के शीर्ष नेताओं, जनप्रतिनिधियों, पार्टी पदाधिकारियों और नागरिकों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री धामी ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, उनके योगदान और उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए मूल्यों को राष्ट्र के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर केवल एक महान प्रशासिका ही नहीं थीं, बल्कि सेवा, त्याग और धर्मनिष्ठा की प्रतीक थीं। उन्होंने भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए असाधारण योगदान दिया। देशभर में कई प्रमुख मंदिरों का पुनर्निर्माण कर उन्होंने न केवल धार्मिक स्थलों को नया जीवन दिया, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा को भी पुनर्स्थापित किया। उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई ने उस समय नारी सशक्तिकरण की जो मिसाल पेश की, वह कालखंड की सीमाओं को पार कर आज भी समाज के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में केंद्र सरकार की कोशिशों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज ‘अमृतकाल’ में प्रवेश कर चुका है। वर्षों तक उपेक्षित रहे हमारे महापुरुषों, ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक मूल्यों को राष्ट्रीय चेतना का आधार बनाया जा रहा है। यही नहीं, उत्तराखण्ड में राज्य सरकार भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार केदारखंड और मानसखंड क्षेत्रों के मंदिरों का सौंदर्यीकरण कर रही है, वहीं हरिपुर कालसी में यमुनातीर्थ क्षेत्र का भी पुनरुद्धार किया जा रहा है। उन्होंने राज्य की सांस्कृतिक पहचान को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु सख्त भू-कानून लाने की भी जानकारी दी, जिसके तहत बाहरी हस्तक्षेप और अनियमित निर्माणों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री ने इसे भारत में सामाजिक समानता और न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया। इसके अतिरिक्त प्रदेश में नकल विरोधी कानून के सख्त प्रावधानों की वजह से परीक्षाओं की पारदर्शिता बनी है और लगभग 23 हजार से अधिक युवा सरकारी नौकरी प्राप्त कर चुके हैं।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, संगठन महामंत्री अजेय कुमार, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत भारद्वाज सहित अनेक जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और उनके आदर्शों को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।