Uttarakhand: उत्तराखंड के चार ग्रामीण स्कूलों में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ 10 दिवसीय समर कैंप, प्रवासी उत्तराखंडियों की पहल को सराहना

Uttarakhand: उत्तराखंड के चार ग्रामीण स्कूलों में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ 10 दिवसीय समर कैंप, प्रवासी उत्तराखंडियों की पहल को सराहना
उत्तराखंड सरकार के प्रवासी उत्तराखंडी सेल और उत्तराखण्ड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (UANA) के संयुक्त सहयोग से राज्य के तीन जिलों—पौड़ी, टिहरी और अल्मोड़ा—के चार स्कूलों में 10 दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन किया गया। इस कैंप में ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र–छात्राओं को शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विषयों से जुड़े विविध अनुभवों से जोड़ने का सार्थक प्रयास किया गया।
ग्रामीण बच्चों की प्रतिभा को निखारने की अनूठी पहल
प्रवासी उत्तराखंडी सेल के प्रभारी श्री सुधीर चंद्र नौटियाल ने बताया कि इस समर कैंप का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में अध्ययनरत बच्चों की रचनात्मक क्षमता को मंच प्रदान करना और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक चेतना से जोड़ना था। उन्होंने कहा कि UANA के सहयोग से इस तरह की पहलें भविष्य में और भी अधिक जिलों में आयोजित की जाएंगी।
पौड़ी के डबरालस्यूं में 5 से 15 जून तक चला समर कैंप
डबरालस्यूं क्षेत्र में आयोजित समर कैंप में बच्चों को बुक रीडिंग, योगा, नुक्कड़ नाटक, गीत-संगीत और पर्यावरण अध्ययन जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। यह शिविर न केवल एक शैक्षणिक अनुभव था, बल्कि एक आत्म-अन्वेषण और सांस्कृतिक जुड़ाव की प्रक्रिया भी रही।
बल्ली स्कूल में 16 जून को समापन, 70 छात्रों ने दिखाई प्रतिभा
पौड़ी जिले के पीएमश्री जीआईसी बल्ली में 10 दिवसीय शिविर के समापन समारोह का आयोजन 16 जून को किया गया। करीब 70 छात्र–छात्राओं ने इस अवसर पर भाषण, नाटक, नृत्य और कलात्मक गतिविधियों के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में दिए गए भाषणों में पर्यावरण, प्रदूषण, सार्वजनिक भाषण कला और व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे सामयिक विषय शामिल थे।
गढ़वाली लोकनृत्य और एक रंगारंग बहुसांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुति जिसमें पंजाबी, बंगाली, राजस्थानी और मराठी संगीत पर प्रस्तुतियाँ दी गईं, दर्शकों को विशेष रूप से आकर्षित किया। गढ़वाली हास्य नाटक ने भी खूब तालियाँ बटोरी और लोकभाषा की मधुरता को उजागर किया।
अल्मोड़ा के दो स्कूलों में 18 से 28 जून तक चला समर कैंप
अल्मोड़ा जिले के राजकीय जूनियर हाई स्कूल और रूप ज्योति पब्लिक स्कूल ग्वालकोट में 18 से 28 जून के बीच समर कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में बच्चों को सामाजिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं के साथ-साथ आत्म-अभिव्यक्ति के कौशल को भी विकसित करने के अवसर दिए गए। यहाँ भी बच्चों ने विभिन्न विषयों पर कार्यशालाओं में भाग लिया और समूहगत गतिविधियों से सामूहिक सहयोग की भावना सीखी।
भावी योजनाओं की झलक
इस अभिनव पहल ने प्रवासी उत्तराखंडियों और राज्य सरकार के समन्वय से शिक्षा और संस्कृति को ग्रामीण स्तर पर नई ऊर्जा प्रदान की है। आयोजकों ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में इन शिविरों को और अधिक जिलों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि हर कोने में बसे बच्चों तक समान अवसर पहुंच सके।