Uttarkashi Rescue Operation: उत्तरकाशी आपदा राहत कार्यों का युद्धस्तर पर संचालन, सचिव गृह ने समीक्षा कर दिए अहम निर्देश

Uttarkashi Rescue Operation: उत्तरकाशी आपदा राहत कार्यों का युद्धस्तर पर संचालन, सचिव गृह ने समीक्षा कर दिए अहम निर्देश
राज्य के सचिव गृह शैलेश बगौली ने शनिवार शाम करीब 7 बजे राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्या से पूरे दिन चले रेस्क्यू अभियानों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने हर्षिल और धराली क्षेत्र में डीज़ल की कमी न हो, इसके लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अपर आयुक्त पीएस पांगती को रोजाना 2,000 लीटर डीज़ल भेजने के सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रतिदिन 20 से 25 रसोई गैस सिलेंडर भी भेजने का आदेश जारी किया ताकि राहत कार्य निर्बाध रूप से चल सकें। सचिव गृह ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर्षिल घाटी में खाद्य सामग्री की किसी भी तरह की कमी न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सड़क मार्ग पूरी तरह बहाल नहीं हो जाते, तब तक घोड़े और खच्चरों के माध्यम से जरूरी आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही, भारत-तिब्बत सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अनुरोध पर धराली में जल पुलिस के लिए जलयान जल्द भेजे जाएं ताकि सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई जा सके।
सचिव गृह ने बताया कि शनिवार को राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित हुए। केवल इस दिन ही 480 लोगों को हर्षिल और नेलांग से निकालकर जौलीग्रांट, मातली और चिन्यालीसौंड तक सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया। रेस्क्यू टीमों और हवाई सहायता के संयोजन से फंसे हुए लोगों को बचाने में निरंतर प्रयास किए गए। 6 अगस्त से 9 अगस्त के बीच केवल चार दिनों में कुल 1126 लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। इस दौरान यूकाडा और सेना के हेलीकॉप्टरों ने शनिवार को 128 सॉर्टी (उड़ान) कीं, जबकि चार दिनों में कुल 257 हेलीकॉप्टर सॉर्टी संचालित हुईं। यह अभियान प्रशासन की तत्परता और राहत कार्यों की गति का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इस मौके पर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।