• August 10, 2025

Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी धराली आपदा, बादल फटने से मची तबाही, राहत और बचाव कार्य जारी, वायुसेना समेत सभी एजेंसियां सक्रिय

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Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी धराली आपदा, बादल फटने से मची तबाही, राहत और बचाव कार्य जारी, वायुसेना समेत सभी एजेंसियां सक्रिय

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद की तहसील भटवाड़ी, थाना हर्षिल क्षेत्र अंतर्गत खीर गाड़ में 5 अगस्त 2025 को अपराह्न लगभग 1:50 बजे बादल फटने की भयंकर घटना हुई, जिससे जलस्तर अचानक अत्यधिक बढ़ गया और धराली बाजार क्षेत्र में भारी मात्रा में मलबा बहकर आ गया। इस मलबे से कई भवनों, होटलों और दुकानों को भारी क्षति पहुंची है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार और केंद्रीय एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव अभियान तेज कर दिया है।

बादल फटने की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, सेना, पुलिस, स्थानीय प्रशासन तथा अन्य बचाव इकाइयों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ कर दिए। खोज एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए एनडीआरएफ, आर्मी, आईटीबीपी और पुलिस के अतिरिक्त बल भी घटनास्थल की ओर रवाना किए गए हैं। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वयं तत्काल घटनास्थल के लिए निकल गए।

घटनास्थल जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर है। सबसे निकटवर्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 5 किलोमीटर, जिला चिकित्सालय 88 किलोमीटर और एम्स ऋषिकेश 246 किलोमीटर दूर स्थित है। ऐसी स्थिति में गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए वायु सहायता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए भारतीय वायुसेना से संपर्क किया गया है।

राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून (SEOC) को जैसे ही जानकारी प्राप्त हुई, उसने जिला प्रशासन और जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (DEOC) उत्तरकाशी के साथ समन्वय स्थापित कर त्वरित राहत कार्य शुरू कर दिया। राज्य सरकार ने एयरफोर्स को 2 एमआई हेलीकॉप्टर और 1 चिनूक हेलीकॉप्टर भेजने का अनुरोध भेजा है। यूकाडा के दो हेलीकॉप्टर भी तैनात किए जा चुके हैं, जो मौसम अनुकूल होने पर तत्काल उड़ान भरेंगे।

हेलीकॉप्टर के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी राहत दलों को भेजने का कार्य जारी है। सड़कों पर मलबा जमा हो गया है, जिससे राहत दलों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आवश्यक मशीनरी और मानव संसाधनों को भेजकर मार्ग खोलने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

राहत अभियान को और मजबूती देने के लिए एनडीआरएफ के 50 जवान दिल्ली से, 15 देहरादून से, एसडीआरएफ के 30 जवान गंगोत्री और 45 देहरादून से, तथा आईटीबीपी के 30 जवान घटनास्थल पर भेजे गए हैं।

एसडीआरएफ द्वारा अत्याधुनिक उपकरण जैसे विक्टिम लोकेशन कैमरा, थर्मल इमेजिंग कैमरा, आरआर शॉ, डायमंड चेन शॉ, ड्रोन, चिपिंग हैमर, मेडिकल संसाधन, पैलिकन लाइट, ड्रैगन लाइट आदि लेकर टीमें रवाना की गई हैं।

हर्षिल पीएचसी, भटवाड़ी पीएचसी और जिला अस्पताल उत्तरकाशी में घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल में भी आपात स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त बेड रिजर्व किए गए हैं। गंभीर घायलों को हवाई सहायता से इन अस्पतालों में भेजा जाएगा। राज्य के सभी प्रमुख चिकित्सालयों को अलर्ट पर रखा गया है और पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस तैनात कर दी गई हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में प्रभारी मुख्य सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, गृह सचिव शैलेश बगौली, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे, एडीजी ए.पी. अंशुमान, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, और आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय को घटना की जानकारी दे दी गई है और केंद्र सरकार ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। केंद्र व राज्य स्तर के अधिकारी लगातार समन्वय कर रहे हैं ताकि राहत कार्यों में कोई विलंब न हो।

स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कार्रवाई की जा रही है। गंभीर परिस्थितियों के चलते प्रशासन ने जनता से संयम बनाए रखने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

हेल्पलाइन नंबर (उत्तरकाशी DEOC):
📞 01374-222722
📞 7310913129
📞 7500737269
📞 Toll-Free: 1077
📞 ERSS Toll-Free: 112

हेल्पलाइन नंबर (देहरादून SEOC):
📞 0135-2710334
📞 0135-2710335
📞 8218867005
📞 9058441404
📞 Toll-Free: 1070
📞 ERSS Toll-Free: 112

 

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