Uttarakhand Roads: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश – प्रदेश की सभी सड़कों को जल्द बनाया जाए गड्ढा मुक्त

Uttarakhand Roads: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश – प्रदेश की सभी सड़कों को जल्द बनाया जाए गड्ढा मुक्त
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश की सभी सड़कों को शीघ्र गड्ढा मुक्त बनाया जाए, ताकि आम जनता को सुगम और सुरक्षित यातायात सुविधा मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कें किसी भी राज्य की प्रगति और नागरिक सुविधा का महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं, इसलिए उनके रखरखाव और मरम्मत कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब तक 52 प्रतिशत पैच वर्क का कार्य पूरा किया जा चुका है। इस पर मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शेष कार्यों को त्वरित गति से पूरा किया जाए, ताकि पूरे प्रदेश में सड़कें पूरी तरह दुरुस्त हो सकें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी जनपदों के प्रभारी सचिव अपने-अपने जिलों का नियमित रूप से दौरा करें, जनता से संवाद स्थापित करें और विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी सीधे जनता से जुड़ें और यह सुनिश्चित करें कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में निर्माण और पुनर्निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित इलाकों में आवश्यक आधारभूत संरचनाओं जैसे सड़कें, पुल, जलापूर्ति और बिजली की व्यवस्था का पुनर्निर्माण शीघ्र किया जाए, ताकि स्थानीय निवासियों को जल्द राहत मिल सके। उन्होंने क्षतिग्रस्त पुलों के पुनर्निर्माण और नए पुलों के निर्माण कार्यों को भी तेजी से आगे बढ़ाने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सभी कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता को सुरक्षित, सुविधाजनक और बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी विभागों के बीच समन्वय और सजगता आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि जनता की सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय, अपर सचिव विनीत कुमार और लोक निर्माण विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी कहा कि जनता से जुड़ी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और राज्य को विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर पर सक्रियता बरती जाए।