Uttarakhand Investment Festival 2025: अमित शाह ने धामी सरकार की पारदर्शिता और दूरदर्शिता को सराहा, 1 लाख करोड़ निवेश की ग्राउंडिंग पर जताया गर्व

Uttarakhand Investment Festival 2025: अमित शाह ने धामी सरकार की पारदर्शिता और दूरदर्शिता को सराहा, 1 लाख करोड़ निवेश की ग्राउंडिंग पर जताया गर्व
रुद्रपुर में आयोजित उत्तराखंड निवेश उत्सव 2025 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य ने पारदर्शिता, तीव्रता और दूरदर्शिता के साथ निवेश और विकास की नई गाथा लिखी है।
यह आयोजन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तहत किए गए 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू में से 1 लाख करोड़ की सफल ग्राउंडिंग का उत्सव था, जो राज्य के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है।
“टीम धामी ने पराक्रम दिखाया”, यह कहते हुए शाह ने बताया कि इतनी विशाल धनराशि की ग्राउंडिंग से 81,000 प्रत्यक्ष और 2.5 लाख अप्रत्यक्ष नौकरियों का रास्ता खुल गया है। यह सब उत्तराखंड की सामूहिक इच्छाशक्ति और मजबूत नेतृत्व का परिणाम है।
शाह ने बताया कि निवेश केवल देहरादून और हल्द्वानी जैसे बड़े शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य के द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों तक पहुंच चुका है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को 1.86 लाख करोड़ रुपये की सहायता और चार गुना अधिक बजटीय मदद की भी जानकारी दी।
गृहमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए उत्तराखंड का समावेशी और टिकाऊ विकास आवश्यक है। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड शक्तिपीठों, ज्योतिर्लिंगों और पवित्र नदियों की भूमि है — इसका विकास कोई रोक नहीं सकता।”
विकास की गूंज निवेश में
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह महज आर्थिक निवेश का नहीं, बल्कि उद्यमिता, नवाचार और समावेशी विकास का उत्सव है। उन्होंने बताया कि अब तक 3.56 लाख करोड़ के एमओयू में से 1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग हो चुकी है और राज्य तेजी से आत्मनिर्भर औद्योगिक शक्ति बन रहा है।
उन्होंने बताया कि 1342.84 करोड़ की 20 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इन परियोजनाओं में कारागार, पॉलीटेक्निक कॉलेज, पुलिस भवन, प्रशासनिक भवन, बस टर्मिनल, महिला छात्रावास, मेडिकल कॉलेज, पार्किंग और स्मार्ट सिटी शामिल हैं।
सेक्टरवार निवेश की स्थिति भी उत्साहजनक है:
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ऊर्जा क्षेत्र: 157 एमओयू में से 40,341 करोड़ की ग्राउंडिंग
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उद्योग क्षेत्र: 658 एमओयू में से 34,086 करोड़ की ग्राउंडिंग
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आवास: 125 एमओयू में से 10,055 करोड़ की ग्राउंडिंग
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पर्यटन: 437 एमओयू में से 8,635 करोड़ की ग्राउंडिंग
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शिक्षा: 28 एमओयू में से 5,116 करोड़ की ग्राउंडिंग
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अन्य: 374 एमओयू में से 3,292 करोड़ की ग्राउंडिंग
राज्य में औद्योगिक विकास की नई पहचान
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने 30 से अधिक औद्योगिक, लॉजिस्टिक और स्टार्टअप नीति लागू की हैं। 200 करोड़ वेंचर फंड, स्टार्टअप के लिए निवेश मित्र सुविधा, और अरोमा पार्क, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क, जैसी योजनाएं राज्य को औद्योगिक हब में बदल रही हैं।
बाबा रामदेव ने राज्य को भारत माता का मुकुट बताते हुए धामी सरकार की वेलनेस और सौर ऊर्जा नीतियों की सराहना की। वहीं यूपीईएस के अध्यक्ष डॉ. सुनील राय और नैनी पेपर्स के प्रबंध निदेशक पवन अग्रवाल ने उत्तराखंड में निवेश के बेहतर माहौल की पुष्टि की और इसे देश का उभरता हुआ स्टार्टअप और उद्योग केंद्र बताया।
राज्य की कनेक्टिविटी, स्थिर शासन, पारदर्शी प्रशासन और प्राकृतिक संसाधनों ने निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है।
अंत में गृह मंत्री अमित शाह ने यह भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार उत्तराखंड को विकसित भारत के निर्माण में भागीदार बनाने के लिए हर संभव सहायता देगी।