Uttarakhand Industrial Development: उत्तराखंड में औद्योगिक विकास का नया दौर, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सिडकुल बोर्ड बैठक में दिए बड़े निर्देश
Uttarakhand Industrial Development: उत्तराखंड में औद्योगिक विकास का नया दौर, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सिडकुल बोर्ड बैठक में दिए बड़े निर्देश
स्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड (सिडकुल) के निदेशक मंडल की 67वीं बैठक मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में सिडकुल मुख्यालय में संपन्न हुई। बैठक में राज्य के औद्योगिक भविष्य से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि उत्तराखंड को आगामी पच्चीस वर्षों की आर्थिक और औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप नए दौर के विकास की ठोस रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में औद्योगिक संभावनाओं का वैज्ञानिक अध्ययन कर क्षेत्रवार विशिष्ट औद्योगिक हब विकसित किए जाएँ। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में उपयुक्त औद्योगिक अवसर खोजकर वहां रोजगार और निवेश के नए द्वार खोले जाएँ।
मुख्य सचिव ने उद्योग विभाग और संबद्ध विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि उद्योगों के लिए आवश्यक सुविधाएँ, स्वीकृतियाँ और सहायता समयबद्ध तरीके से उपलब्ध हों। किसी भी प्रकार की प्रशासनिक या तकनीकी बाधा को तुरंत दूर किया जाए ताकि उद्योगों का संचालन और विस्तार निर्बाध रूप से हो सके। उन्होंने बिजली की पर्याप्त और लगातार उपलब्धता सुनिश्चित करने को औद्योगिक विकास का प्रमुख आधार बताया।

मुख्य सचिव ने हरिद्वार स्थित नव-निर्मित फ्लैटेड फैक्टरी में छोटी औद्योगिक इकाइयों और स्टार्टअप्स के लिए तैयार अवसंरचना के आवंटन को लॉटरी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से करने के निर्देश भी दिए। इससे नए उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा और उद्योग वातावरण और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनेगा।
उन्होंने सिडकुल की सभी परिसंपत्तियों का विस्तृत विवरण तैयार करने, उनके सर्वोत्तम उपयोग हेतु रणनीति बनाने और आवंटित भूखंडों पर समयसीमा के भीतर वास्तविक औद्योगिक इकाइयों की स्थापना सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि राज्य में आईटी हब, सेमीकंडक्टर हब और डेटा सेंटर जैसी उच्च तकनीकी औद्योगिक संभावनाओं को वास्तविक स्वरूप देने के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तैयार किया जाना आवश्यक है। इसके लिए विभागों और संस्थाओं को प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना होगा, जिससे उत्तराखंड नई तकनीक आधारित उद्योगों का उभरता केंद्र बन सके।

बैठक के दौरान प्राग फार्म, खुरपिया, नेपा और रानीपोखरी सहित विभिन्न स्थानों में औद्योगिक आस्थान विकसित करने से संबंधित प्रस्तावों पर चर्चा हुई। औद्योगिक क्षेत्रों में मौजूदा सब-स्टेशनों की क्षमता बढ़ाने, नए सब-स्टेशनों और ट्रांसमिशन लाइनें स्थापित करने जैसे निर्णय भी लिए गए।
सिडकुल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बोर्ड के अंतर्गत तकनीकी समिति और अन्य समितियों के गठन पर भी सहमति बनी।
बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव वित्त दिलीप जावलकर, सचिव उद्योग विनय शंकर पाण्डेय, सिडकुल के प्रबंध निदेशक डॉ. सौरभ गहरवार, सिडबी के डीजीएम सिद्धार्थ मंडल, स्वतंत्र निदेशक अविनाश विरमानी और पुनीत वाधवा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
इस बैठक से साफ संकेत मिलता है कि उत्तराखंड आने वाले वर्षों में बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश, तकनीकी उन्नयन और रोजगार सृजन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।