Uttarakhand Development: मुख्यमंत्री धामी से मिलीं सारकोट की ग्राम प्रधान, विकास कार्यों और नई मांगों पर हुई चर्चा
उत्तराखंड में विकास कार्यों को लेकर सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में बुधवार को गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट की ग्राम प्रधान प्रियंका नेगी ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को सारकोट गांव में हाल ही में हुए विकास कार्यों और भराड़ीसैंण से सारकोट तक सड़क निर्माण की स्वीकृति व कार्य प्रारंभ होने पर धन्यवाद दिया। यह मुलाकात Uttarakhand Development की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
ग्राम प्रधान की मांगें और प्राथमिकताएँ
प्रियंका नेगी ने मुख्यमंत्री के सामने गांव से जुड़ी कई ज़रूरतें और चुनौतियाँ रखीं। उन्होंने कहा कि सारकोट के लोग लंबे समय से जंगली जानवरों की समस्या से जूझ रहे हैं। इसलिए गांव के चारों ओर सोलर फेंसिंग की व्यवस्था की जाए ताकि खेत और घर सुरक्षित रह सकें।
इसके अलावा, उन्होंने आंतरिक मार्गों को बेहतर बनाने, गांव की गलियों में सोलर लाइट लगाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि गैरसैंण स्थित निकटतम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग विशेषज्ञ और महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति होना बहुत आवश्यक है ताकि ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएँ पास ही मिल सकें।

मुख्यमंत्री धामी का आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम प्रधान को बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का विकास उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रियंका नेगी द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर शीघ्र कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों और जिला प्रशासन को तत्काल निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सारकोट आने वाले समय में अन्य गांवों के लिए आदर्श ग्राम का उदाहरण बनेगा। यह मॉडल गांव के रूप में विकसित होगा जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार की बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
उत्तराखंड में ग्रामीण विकास की बड़ी तस्वीर
Uttarakhand Development केवल शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य सरकार गांवों तक योजनाएँ पहुंचाने पर ज़ोर दे रही है। मुख्यमंत्री धामी की प्राथमिकताओं में सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा में सुधार, स्वरोजगार योजनाएँ और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं।
सड़क निर्माण से न सिर्फ गांवों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी बल्कि पर्यटन और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार से पलायन पर रोक लगेगी और ग्रामीणों को बड़े शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल
प्रियंका नेगी ने विशेष रूप से महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की मांग की। उत्तराखंड सरकार पहले से ही स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सारकोट की महिलाओं को भी विशेष योजनाओं का लाभ दिया जाएगा ताकि वे आर्थिक रूप से मज़बूत बन सकें।
सारकोट को आदर्श ग्राम बनाने की योजना
सारकोट को “आदर्श ग्राम” के रूप में विकसित करने के लिए बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सारकोट को एक मॉडल ग्राम के रूप में तैयार किया जाएगा जहां आधुनिक सुविधाएँ और पारंपरिक संस्कृति का संतुलन बना रहेगा।
Uttarakhand Development की दिशा में यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। ग्राम प्रधान प्रियंका नेगी ने गांव की वास्तविक चुनौतियाँ सामने रखीं और मुख्यमंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया। यदि ये मांगें पूरी होती हैं तो न सिर्फ सारकोट बल्कि आसपास के गांव भी इसका लाभ उठाएंगे। यह पहल उत्तराखंड को ग्रामीण विकास और आदर्श ग्राम योजना की दिशा में एक मजबूत कदम साबित कर सकती है।