Uttarakhand Creators Meet-2025: CM Dhami calls social media influencers “social change makers”, calls for realizing the dream of a digital Uttarakhand
Uttarakhand Creators Meet 2025: उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट-2025: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को CM धामी ने बताया “सोशल चेंज मेकर्स”, डिजिटल उत्तराखंड के सपने को साकार करने का आह्वान
देहरादून में आयोजित “उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट-2025” में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया क्रिएटर्स, डिजिटल उद्यमियों, व्लॉगर्स और युवा इन्फ्लुएंसर्स के साथ गहन संवाद किया और सोशल मीडिया की शक्ति, जिम्मेदारी तथा भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया केवल मनोरंजन का मंच नहीं, बल्कि जनभागीदारी, पारदर्शिता, जागरूकता और सामाजिक परिवर्तन का सबसे प्रभावी साधन बन चुका है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है कि इन्फ्लुएंसर्स को केवल कंटेंट क्रिएटर के रूप में नहीं, बल्कि “सोशल चेंज मेकर्स” के रूप में अपनी भूमिका को समझना चाहिए, क्योंकि वे समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

सोशल मीडिया बना सरकार और जनता के बीच मजबूत सेतु
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल क्रांति ने शासन-प्रशासन की कार्यशैली को पूरी तरह बदल दिया है। पहले किसी भी शिकायत के समाधान के लिए लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब मात्र एक ट्वीट या संदेश के माध्यम से तत्काल सुनवाई और समाधान संभव हो पा रहा है। उनकी बातों ने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं के उत्साह को और अधिक ऊर्जा से भर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया ने सरकार और जनता के बीच मजबूत पुल का कार्य किया है, जिससे प्रशासन पहले से अधिक संवेदनशील और जवाबदेह बना है।

उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग और बढ़ती फेक न्यूज पर चिंता भी व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि सभी क्रिएटर्स तथ्य आधारित जानकारी पर ध्यान दें, भ्रामक समाचारों का फैक्ट-चेक करें और जनता तक सत्य और उपयोगी सूचना पहुँचाने में अग्रणी भूमिका निभाएँ। उन्होंने कहा कि कुछ नकारात्मक कंटेंट क्रिएटर्स व्यूज और फॉलोअर्स की दौड़ में समाज, धर्म और प्रदेश की छवि को नुक़सान पहुँचाने वाले वीडियो बनाते हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट कहा, “व्यूज की दौड़ में नैतिकता न भूलें।”

विकास, निवेश और उत्तराखंड की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का भी उल्लेख किया और बताया कि अब तक 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह लड़ाई आगे भी पूरी दृढ़ता से जारी रहेगी।
उन्होंने राज्य में हो रहे व्यापक विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्तराखंड आज तेज गति से आगे बढ़ रहा है। राज्य की GSDP को दोगुना करने का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है, हेली कनेक्टिविटी को बड़े स्तर पर बढ़ाया जा रहा है, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 3.56 लाख करोड़ से अधिक के MOU साइन हो चुके हैं और 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और हर वर्ष नया रिकॉर्ड बन रहा है। शीतकालीन यात्राओं के भी बेहतरीन परिणाम मिल रहे हैं।

महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति ने स्व-रोजगार, हस्तशिल्प, कृषि, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि कई स्थानीय उत्पाद मल्टीनेशनल कंपनियों के प्रोडक्ट्स से भी बेहतर गुणवत्ता वाले हैं।
राष्ट्रीय दृष्टिकोण पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि विकसित भारत-श्रेष्ठ भारत 2047 के संकल्प में उत्तराखंड की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और राज्य का प्रत्येक ब्लॉक, तहसील, जिला और गांव आत्मनिर्भर और सशक्त बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले वर्ष तक नई सोशल मीडिया नीति लागू की जाएगी, जिसका उद्देश्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेहतर संप्रेषण, सरकारी योजनाओं की पहुँच, युवाओं और क्रिएटर्स को अधिक अवसर और उत्तराखंड की संस्कृति, पर्यटन और उद्योगों को वैश्विक पहचान दिलाना है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि क्रिएटर समुदाय उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के संकल्प में सक्रिय भागीदारी निभाएगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव R. मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, सुप्रसिद्ध जागर गायक प्रीतम भरतवाण सहित पूरे देश-प्रदेश से आए प्रमुख सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और क्रिएटर्स मौजूद रहे।