Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणादायक पहल, गैरसैंण में महिलाओं व सफाई कर्मियों से मुलाकात, दिए 3 अहम संदेश
भराड़ीसैंण (गैरसैंण): उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने प्रातःकालीन भ्रमण के दौरान गैरसैंण विधानसभा परिसर में समाज के दो अहम वर्गों – स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और सफाई कर्मी – से मुलाकात की। इस मुलाकात ने जहां ग्रामीण आजीविका से जुड़े कार्यों को नई ऊर्जा दी, वहीं सफाई कर्मियों की निष्ठा और समर्पण को भी मुख्यमंत्री ने सराहा।
महिलाओं के समर्पण को सराहा
मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत कार्यरत स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं से विस्तार से बातचीत की। उन्होंने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि “ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड की दिशा में महिलाओं का योगदान अद्वितीय है।”
उन्होंने महिलाओं से सरकार की विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं पर फीडबैक लिया और भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उनकी हर समस्या का समाधान प्राथमिकता से करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि गांव की महिलाएं संगठित होकर काम करें तो वे न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार सकती हैं, बल्कि पूरे समाज के विकास की धुरी बन सकती हैं।
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने देवभूमि आने वाले पर्यटकों से विशेष अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के अनुसार हर यात्री अपनी यात्रा व्यय का कम से कम 5 प्रतिशत हिस्सा स्थानीय उत्पादों की खरीद पर खर्च करे।
इससे किसानों, कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों को सीधा लाभ मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि “जब हम लोकल को सपोर्ट करेंगे तभी उत्तराखण्ड का सपना आत्मनिर्भरता की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।”
सफाई कर्मियों से मुलाकात
महिलाओं से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर में कार्यरत सफाई कर्मियों से मुलाकात की। उन्होंने उनके खानपान, रहने और कामकाज की स्थिति के बारे में जानकारी ली। सफाई कर्मियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष आभार व्यक्त किया और कहा कि सरकार उनकी सुविधाओं और कल्याण की दिशा में लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मियों के समर्पण को सलाम करते हुए कहा कि “समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी समस्याओं के समाधान और जीवन स्तर सुधारने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
सामूहिक प्रयास से विकसित उत्तराखण्ड का सपना
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण आजीविका में जुटी महिलाएं और समाज को स्वच्छ रखने वाले सफाई कर्मी, दोनों ही उत्तराखण्ड की मजबूती की रीढ़ हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि हर वर्ग अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करे तो “विकसित और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का सपना बहुत जल्द साकार होगा।”
उन्होंने इसे सामूहिक प्रयास का अनुपम उदाहरण बताते हुए कहा कि राज्य की प्रगति के लिए हर व्यक्ति को अपनी भूमिका जिम्मेदारी से निभानी होगी।
इस मुलाकात को लोग मुख्यमंत्री धामी की प्रेरणादायक पहल मान रहे हैं। जहां एक ओर इससे महिलाओं और सफाई कर्मियों का मनोबल बढ़ा, वहीं पूरे राज्य को यह संदेश भी गया कि सरकार समाज के हर वर्ग की भागीदारी और सम्मान को महत्व देती है।
इस तरह यह मुलाकात न केवल संवाद का जरिया बनी, बल्कि ग्रामीण आजीविका और स्वच्छता जैसे दो अहम मुद्दों को भी केंद्र में ले आई। यह कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री के ये 3 अहम संदेश – महिलाओं का सशक्तिकरण, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा और सफाई कर्मियों का सम्मान – उत्तराखण्ड के विकास की दिशा तय करने में मील का पत्थर साबित होंगे।