Atal Scholarship: उत्तर प्रदेश के बच्चे अब पढ़ने जा सकेंगे ब्रिटेन, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम योगी सरकार ने शुरू की योजना

Atal Scholarship: उत्तर प्रदेश के बच्चे अब पढ़ने जा सकेंगे ब्रिटेन, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम योगी सरकार ने शुरू की योजना
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए राज्य सरकार की नई पहल की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने हाल ही में यह निर्णय लिया है कि हर साल प्रदेश से पाँच मेधावी छात्रों का चयन कर उन्हें ब्रिटेन में उच्च शिक्षा के लिए भेजा जाएगा। इस छात्रवृत्ति का आधा खर्च ब्रिटिश सरकार और आधा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। यह छात्रवृत्ति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अत्यंत प्रतिष्ठित मानी जाती है और इसे अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर समर्पित किया गया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का उद्देश्य अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को जीवंत रखना और उनकी विचारधारा को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने समाज के उन वर्गों पर विशेष ध्यान दिया है जिनके प्रति अटल बिहारी वाजपेयी की गहरी संवेदनाएँ थीं। इसी क्रम में श्रमिकों और निराश्रित बच्चों के लिए राज्य की 18 कमिश्नरी में ‘अटल आवासीय विद्यालय’ स्थापित किए गए हैं। इन विद्यालयों में वर्तमान समय में लगभग 18,000 बच्चे आधुनिक सुविधाओं के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। योगी ने कहा कि एक ही कैंपस में बच्चों को सभी प्रकार की सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं ताकि उन्हें शिक्षा और विकास का सर्वश्रेष्ठ वातावरण मिल सके।
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है और प्रदेश की जनता की ओर से वे उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का छह दशकों लंबा राजनीतिक जीवन भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाला रहा। उन्होंने सदैव भारत के जीवन मूल्यों और आदर्शों को सर्वोपरि रखा और यह सिद्ध किया कि देश के भीतर विकास का आदर्श मॉडल कैसा होना चाहिए। साथ ही उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत और भारतीयता की प्रतिष्ठा को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, अटल बिहारी वाजपेयी ने हमेशा राष्ट्रीय मूल्यों का सम्मान किया और अपने प्रभावी नेतृत्व से उन्हें साकार रूप दिया। उन्होंने याद दिलाया कि उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि अटल बिहारी वाजपेयी ने यहीं से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। वर्ष 1957 में वे पहली बार बलरामपुर से सांसद चुने गए और उसके बाद लखनऊ ने यह विशेष सौभाग्य पाया कि वे लगातार पाँच बार लखनऊ की संसदीय सीट से जनता का प्रतिनिधित्व करते रहे। इसी दौरान वे प्रधानमंत्री के रूप में देश की संसद तक पहुँचे और भारत को नई दिशा दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी कुल 10 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। उनका स्मरण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा है बल्कि आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए भी मार्गदर्शन का स्रोत बना रहेगा। योगी ने दोहराया कि उनकी सरकार वाजपेयी जी की स्मृतियों और आदर्शों को संजोने तथा जनता तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी।