Sharda Corridor Project: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की शारदा कॉरिडोर विकास परियोजना की समीक्षा, दिए पारदर्शिता और तीव्र गति से कार्य पूर्ण करने के निर्देश
Sharda Corridor Project: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की शारदा कॉरिडोर विकास परियोजना की समीक्षा, दिए पारदर्शिता और तीव्र गति से कार्य पूर्ण करने के निर्देश
खटीमा : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज खटीमा लोहियाहेड स्थित कैंप कार्यालय में महत्वाकांक्षी “शारदा कॉरिडोर विकास परियोजना” की विस्तृत समीक्षा बैठक की। इस परियोजना को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की सांस्कृतिक, धार्मिक और पर्यटन पहचान को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य जनता की अपेक्षाओं और स्थानीय आस्था के अनुरूप पूरे किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह परियोजना केवल निर्माण कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनभावनाओं से जुड़ी हुई है, इसलिए हर चरण में गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित 38 प्रमुख कार्यों की बारीकी से समीक्षा की और अधिकारियों को हर कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूमि अधिग्रहण और हस्तांतरण से संबंधित प्रक्रियाओं को शीघ्रता से निपटाने पर जोर दिया। साथ ही, सभी निर्माण एजेंसियों को निर्धारित समयसीमा में काम पूरा करने के लिए सख्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि शारदा कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य टनकपुर की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित रखते हुए इसे एक प्रमुख पर्यटन और आस्था केंद्र के रूप में विकसित करना है।

इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और श्रद्धालुओं के अनुभव में भी व्यापक सुधार आएगा। उन्होंने बताया कि भविष्य में लोहाघाट स्थित विवेकानंद सर्किट का विस्तार किया जाएगा और मां वाराही धाम को स्पिरिचुअल ज़ोन के रूप में विकसित करने पर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि इस क्षेत्र को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि पर्यटन के नए अवसर खुलें और स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ मिल सके। इसके साथ ही, सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के वीर शहीदों के सम्मान में “शौर्य स्थल” के निर्माण की योजना पर भी मुख्यमंत्री ने विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि यह स्थल देशभक्ति की भावना को सशक्त करेगा और युवाओं में प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि यह परियोजना केवल एक भौतिक ढांचा नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और सांस्कृतिक प्रतीक है, जो उत्तराखंड के लोगों की आस्था और आत्मगौरव से जुड़ी है। इसलिए हर कार्य में पारदर्शिता और गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी चम्पावत मनीष कुमार, जिलाधिकारी उधम सिंह नगर नितिन सिंह भदौरिया, अपर जिलाधिकारी चम्पावत कृष्णा नाथ गोस्वामी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।