Uttarakhand Disaster: उत्तरकाशी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज, प्रशासन लगातार सक्रिय

Uttarakhand Disaster: उत्तरकाशी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज, प्रशासन लगातार सक्रिय
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार उत्तराखण्ड के जनपद उत्तरकाशी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और लगातार खराब मौसम के बावजूद राहत कर्मियों का मनोबल अटूट है और वे लगातार प्रभावित परिवारों तक सहायता पहुँचाने में जुटे हुए हैं।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी प्रभावित परिवार को आवश्यक सामग्री से वंचित न रहना पड़े। उनकी सक्रिय मॉनिटरिंग के कारण राहत कार्यों में तेजी आई है और लगातार गाँव-गाँव तक मदद पहुँच रही है।
रविवार को राहत कर्मियों ने भागीरथी नदी में राफ्ट उतारकर घरेलू गैस सिलेंडर और अन्य आवश्यक सामग्री को नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुँचाया। इसके बाद इन सामग्रियों को प्रभावित गांवों में वितरित किया गया। धराली और सीमांत गाँवों में प्रशासन ने खाद्यान्न वितरण अभियान भी चलाया, जिससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली।
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक प्रभावित परिवार तक समय पर राहत सामग्री पहुँचे। लगातार खाद्यान्न, रसद और जरूरी संसाधनों की आपूर्ति ने प्रभावित परिवारों को सहारा दिया है। प्रशासन की सक्रियता और राहत कर्मियों की अथक मेहनत से आपदा पीड़ितों के चेहरों पर उम्मीद की किरण लौट आई है।
धराली आपदा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सोनगाड़ और डबरानी के पास अवरुद्ध है। इस मार्ग को सुचारू करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँच आसान बनाने के लिए हेलीकॉप्टर से भी राहत सामग्री भेजी जा रही है, वहीं सड़क मार्ग से ट्रांशिपमेंट कर भी रसद और जरूरी सामान पहुँचाया जा रहा है।
राज्य सरकार और प्रशासन का यह प्रयास है कि किसी भी आपदा प्रभावित परिवार को भूखा न रहना पड़े और उन्हें समय पर जीवनरक्षक सामग्री उपलब्ध हो। इस संगठित प्रयास ने स्थानीय निवासियों के बीच प्रशासन के प्रति विश्वास को और गहरा किया है।