Uttarakhand Urban Development: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहरी विकास योजनाओं की गहन समीक्षा की, स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं पर दिया विशेष जोर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में शहरी विकास विभाग की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में चल रही गेम चेंजर योजनाओं की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य के सभी नगर क्षेत्रों में स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और इसके लिए न केवल अधिकारियों बल्कि आम जनता की भागीदारी भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन करने वाले नगर निकायों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए ताकि अन्य निकायों को भी प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा कि सिर्फ साफ-सफाई ही नहीं, बल्कि शहरी जीवन से जुड़ी अन्य सुविधाएं जैसे स्ट्रीट लाइट, सीवर लाइन, पार्किंग की उचित व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन, और ई-वेस्ट के सुरक्षित निस्तारण की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिक सुविधाएं अब केवल बुनियादी सेवाएं नहीं, बल्कि सुगम और सम्मानजनक शहरी जीवन की रीढ़ बन चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि नगर निकायों के राजस्व को बढ़ाने के लिए नवाचार और तकनीकी उपायों को अपनाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्रों में नए पार्कों का निर्माण तेजी से किया जाए और पुराने पार्कों का सौंदर्यीकरण व उचित रख-रखाव भी सुनिश्चित किया जाए, ताकि नागरिकों को विश्राम, स्वास्थ्य और मनोरंजन के लिए एक बेहतर वातावरण मिल सके।
बैठक में शहरी विकास विभाग के सचिव नितेश झा ने जानकारी दी कि राज्य के विभिन्न शहरों में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित ‘देवभूमि रजत जयंती पार्क’ विकसित किए जा रहे हैं। इन पार्कों में योग, वॉकिंग ट्रैक और ओपन जिम जैसी स्वास्थ्यवर्धक सुविधाएं होंगी। उन्होंने बताया कि ये सभी पार्क 9 नवंबर 2026 तक पूरी तरह तैयार कर लिए जाएंगे। इसके अलावा, प्रत्येक नगर क्षेत्र में सालाना 50 लाख लीटर वर्षा जल संचय की महत्वाकांक्षी योजना पर भी कार्य प्रगति पर है।
सचिव ने यह भी बताया कि राज्य के 11 नगर निगमों में स्ट्रीट लाइट प्रबंधन के लिए केंद्रीयकृत निगरानी और नियंत्रण प्रणाली लागू की जा रही है। यह प्रणाली बिजली की बचत और बेहतर निगरानी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
बैठक में अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव श्रीधर बाबू अदांकी, अपर सचिव गौरव कुमार, सीपीपीजीजी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनोज पंत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।