Delhi: दिल्ली में मुख्यमंत्री धामी की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात, उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को लेकर कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं

Delhi: दिल्ली में मुख्यमंत्री धामी की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात, उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को लेकर कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के दूरस्थ और पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव और मांगें केंद्र सरकार के समक्ष रखीं। उन्होंने उत्तराखंड में एम्स ऋषिकेश से संचालित एयर एम्बुलेंस सेवा को विस्तारित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए एक अतिरिक्त हेलीकॉप्टर आपातकालीन सेवाओं के लिए राज्य को उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत केंद्र द्वारा एसईसीसी सूची में शामिल प्रत्येक परिवार के लिए मिलने वाले 1,052 रूपए के योगदान को बढ़ाकर 1,500 रूपए करने की मांग की, ताकि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को और अधिक स्वास्थ्य सुरक्षा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं अत्यंत सराहनीय हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात के लिए विशेष आभार जताया कि स्नातकोत्तर मेडिकल विद्यार्थियों की रेजिडेंसी प्रोग्राम (DRP) में चारधाम यात्रा के दौरान सेवा को शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में दो नए मेडिकल कॉलेजों — जगजीवन राम मेडिकल कॉलेज, पिथौरागढ़ और पं. राम सुमेर शुक्ल मेडिकल कॉलेज, रुद्रपुर — के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी दी और कहा कि शैक्षणिक सत्र 2026-27 से इन संस्थानों में शिक्षण कार्य शुरू करने के लिए भारत सरकार और नेशनल मेडिकल कमीशन के पास आवेदन किया जाएगा। उन्होंने इन कॉलेजों के संचालन हेतु आवश्यक अनुमतियां शीघ्र देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने टीएचडीसी (Tehri Hydro Development Corporation) के सहयोग से टिहरी में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज को शीघ्र अनुमति देने का अनुरोध करते हुए कहा कि इससे पर्वतीय क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा और सेवाओं को मजबूती मिलेगी। साथ ही, उन्होंने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में एक अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर की स्थापना के लिए भी केंद्र सरकार से सहायता मांगी। उन्होंने कहा कि यह ट्रॉमा सेंटर चारधाम यात्रा मार्गों, आसपास के पर्यटक स्थलों और स्थानीय जनसंख्या की आकस्मिक चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने में बेहद मददगार साबित होगा।