Uttarakhand: धर्मांतरण और जनसंख्या असंतुलन पर सख्ती के साथ जनजागरण ज़रूरी: ‘विकसित उत्तराखंड @2047’ कार्यक्रम में बोले सीएम धामी

Uttarakhand: धर्मांतरण और जनसंख्या असंतुलन पर सख्ती के साथ जनजागरण ज़रूरी: ‘विकसित उत्तराखंड @2047’ कार्यक्रम में बोले सीएम धामी
देहरादून, 4 जून 2025 — उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में जबरन धर्मांतरण और डेमोग्राफिक बदलाव (जनसंख्या असंतुलन) को लेकर सरकार के सख्त रुख को दोहराते हुए कहा कि इन विषयों पर प्रभावी रोकथाम के लिए केवल सरकारी प्रयास ही नहीं, बल्कि जन सहयोग और कानूनी शिकायत की दिशा में आम जनता की जागरूकता भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह बातें देहरादून के गढ़ी कैंट क्षेत्र में आयोजित “विकसित उत्तराखंड @2047 सामूहिक संवाद—पूर्व सैनिकों के साथ” कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दंगा विरोधी कड़ा कानून लागू करने के साथ-साथ भूमि अतिक्रमण के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की है और समान नागरिक संहिता (UCC) जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। इन सभी प्रयासों के सफल और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक जनसहयोग आवश्यक है।
कार्यक्रम में सीएम धामी ने राज्य के समग्र विकास के लिए भूतपूर्व सैनिकों से प्रत्यक्ष संवाद किया और उनके सुझावों को गंभीरता से सुना। उन्होंने पूर्व सैनिकों को ‘राष्ट्र प्रहरी’ बताते हुए उनके पर्यावरणीय योगदान की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में पूर्व सैनिकों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है और उन्होंने वन विभाग को प्रत्येक डिवीजन में 1000 पेड़ लगाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि सैनिकों ने देश के हर कोने में अपनी वीरता और समर्पण से तिरंगे का मान बढ़ाया है। उन्होंने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि “हमारे प्रदेश का लगभग हर परिवार सेना से जुड़ा है, यही वजह है कि उत्तराखंड न केवल देवभूमि है, बल्कि वीरभूमि भी है।” उन्होंने सैनिक परिवारों को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और कहा कि सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है। अनुग्रह राशि में की गई अभूतपूर्व वृद्धि इसका प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं एक सैनिक पुत्र हैं और पूर्व सैनिकों के परिवारों की कठिनाइयों और ज़मीनी सच्चाइयों से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि उनके हृदय में शहीदों और उनके परिवारों के लिए विशेष स्थान है, और यही भावना उनकी सरकार की कार्यशैली में भी परिलक्षित होती है।
धामी ने राज्य की हालिया उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पिछले दो माह में उत्तराखंड में 38 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य की शीतकालीन यात्रा और आदि कैलाश यात्रा को नई गति मिली है। मानसरोवर यात्रा की अवधि 7 दिन घटा दी गई है और राज्य की बेरोजगारी दर अब राष्ट्रीय औसत से भी कम होकर 4.2 प्रतिशत रह गई है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) ए के सिंह, मेजर (सेवानिवृत्त) के एस राणा, कर्नल बीरेंद्र सिंह राणा, ब्रिगेडियर नितेश बिष्ट समेत बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित थे। सैनिकों के साथ सीएम धामी का यह संवाद उनकी सरकार के सैनिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशील दृष्टिकोण को दर्शाता है।