Pravasi Uttarakhandi Sammelan: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का किया शुभारंभ
Pravasi Uttarakhandi Sammelan: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का किया शुभारंभ
देहरादून, 06 नवम्बर 2025 – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह के अंतर्गत आयोजित “प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन” का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आपदाओं में जान गंवाने वालों के प्रति एक मिनट का मौन भी रखा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी देवभूमि की संस्कृति, परंपराओं और मातृभूमि के गौरव को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। प्रवासी उत्तराखंडी राज्य के सच्चे ब्रांड एम्बेसडर हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन किया है ताकि उनके सुझाव और अनुभव राज्य के विकास की मुख्यधारा में शामिल किए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के अनेक प्रवासी अपने गांवों को गोद लेकर विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं जैसे “एक जनपद दो उत्पाद”, “हाउस ऑफ हिमालयाज”, “स्टेट मिलेट मिशन”, “नई पर्यटन नीति”, “वेड इन उत्तराखंड” और “सौर स्वरोजगार योजना” का जिक्र कर स्थानीय अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का उदाहरण दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग की रैंकिंग में उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्यों में देश में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और स्टार्टअप रैंकिंग में भी प्रदेश ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध “जीरो टॉलरेंस” नीति लागू की गई है, जिसके तहत चार वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा गया।

मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील की कि वे राज्य के विकास अभियान में सक्रिय भागीदार बनें। पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, विधायक श्री विनोद चमोली, दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट, अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी और अन्य प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने कहा कि राज्य शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, जैविक कृषि, औद्योगिक विकास और हरित ऊर्जा में निरंतर प्रगति कर रहा है। प्रवासी उत्तराखंडियों ने राज्य के विकास के लिए अपने सुझाव और योगदान साझा किए।