Uttarakhand: : पत्रकारों के लिए मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर मंगलवार को लगेगा विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा कैम्प

Uttarakhand: : पत्रकारों के लिए मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर मंगलवार को लगेगा विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा कैम्प
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर प्रदेश के पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए मंगलवार, 17 जून को एक विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा कैम्प का आयोजन किया जाएगा। यह कैम्प सूचना निदेशालय, रिंग रोड, देहरादून में प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगा। इसमें वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा निःशुल्क जांच एवं चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि पत्रकारों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाए, ताकि इस महत्वपूर्ण वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। उन्हीं के निर्देशों के क्रम में स्वास्थ्य और सूचना विभाग के संयुक्त प्रयास से यह विशेष कैम्प आयोजित हो रहा है।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के अनुभवी चिकित्सकों की एक बड़ी टीम इस कैम्प में मौजूद रहेगी। निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना ने जानकारी दी कि इस कैम्प में 265 से अधिक प्रकार की जांचें पूरी तरह निःशुल्क की जाएंगी। साथ ही प्रत्येक विशेषज्ञ रोगानुसार सलाह भी देंगे।
डॉक्टरों की टीम में शामिल होंगे –
• फिजिशियन डॉ. विवेकानंद सत्यावली और डॉ. अंकुर पांडे
• बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार
• ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. नितिन शर्मा
• नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शांति पांडे
• हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमर उपाध्याय
• स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चित्रा जोशी
• अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल जोशी
• दंत चिकित्सक डॉ. देवाशीष सवाई और डॉ. योगेश्वरी
• सर्जन डॉ. दिनेश चौहान
• यूरोलॉजिस्ट डॉ. मनोज विश्वास
• त्वचा एवं मानसिक रोग विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे
इस हेल्थ कैम्प का उद्देश्य पत्रकारों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना और समय पर चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान करना है। यह मुख्यमंत्री धामी की संवेदनशील सोच और पत्रकार हितैषी दृष्टिकोण का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने कहा, “पत्रकार समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं, इसलिए उनका स्वस्थ रहना आवश्यक है। राज्य सरकार आगे भी समय-समय पर इस तरह के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करती रहेगी।”
राज्य में इस तरह का यह एक सकारात्मक और सराहनीय प्रयास माना जा रहा है, जो न केवल पत्रकारों के लिए बल्कि सरकार और मीडिया के बीच संवाद और सहयोग को भी सशक्त करता है। सभी पत्रकारों से अनुरोध किया गया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं।