Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने पांच मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का किया शुभारंभ, अब हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और टिहरी के दूरस्थ क्षेत्रों में डोरस्टेप स्वास्थ्य सेवाएं

Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने पांच मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का किया शुभारंभ, अब हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और टिहरी के दूरस्थ क्षेत्रों में डोरस्टेप स्वास्थ्य सेवाएं
उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के दुर्गम और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित इलाकों को प्राथमिक चिकित्सा से जोड़ने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए मंगलवार को पांच अत्याधुनिक मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (MMUs) की शुरुआत की। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इन यूनिट्स का शुभारंभ मुख्यमंत्री आवास परिसर में किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस पहल को “स्वस्थ उत्तराखंड, समृद्ध उत्तराखंड” मिशन के तहत एक निर्णायक कदम बताया और कहा कि यह योजना ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। ये मोबाइल मेडिकल यूनिट्स उन जगहों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाएंगी, जहां अब तक न तो नियमित डॉक्टर पहुंच पाए हैं और न ही कोई स्थायी चिकित्सा सुविधा मौजूद है।
इन पांच मोबाइल मेडिकल यूनिट्स में से दो हरिद्वार जिले में, दो ऊधम सिंह नगर में और एक टिहरी गढ़वाल जिले में तैनात की जाएंगी। ये यूनिट्स सप्ताह में छह दिन संचालित होंगी और तीन वर्षों तक सेवा प्रदान करेंगी। प्रत्येक यूनिट में योग्य डॉक्टर, नर्स, लैब तकनीशियन, आवश्यक दवाइयां, प्राथमिक उपचार की सुविधा और कुछ यूनिट्स में छोटे पैमाने की लैब जांच की सुविधा भी होगी।
इस परियोजना का संचालन सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) द्वारा किया जाएगा, जबकि वित्तीय सहायता ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (REC) द्वारा उसके कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) कार्यक्रम के अंतर्गत दी जा रही है। यह साझेदारी राज्य सरकार और निजी क्षेत्र के सहयोग से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक मिसाल बन सकती है।
पांच यूनिट्स में से एक महिला-समर्पित मोबाइल मेडिकल यूनिट है, जो विशेष रूप से महिलाओं की स्वास्थ्य जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस यूनिट में पूरी महिला स्वास्थ्यकर्मी टीम तैनात रहेगी और यह इकाई महिलाओं के लिए स्त्री रोग, प्रसव पूर्व और पश्चात देखभाल, पोषण जागरूकता और अन्य विशिष्ट सेवाएं प्रदान करेगी। यह पहल उन ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो सामाजिक कारणों या दूरी के चलते नियमित स्वास्थ्य सेवाओं तक नहीं पहुंच पातीं।
शुभारंभ समारोह में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, धनुष हेल्थ केयर के एमडी डी.एस.एन. मूर्ति, पंजाब नेशनल बैंक के उप महाप्रबंधक श्री सुभाष चंद्र, पनेसिया हॉस्पिटल देहरादून के एमडी श्री अश्विनी, और सीएससी के राज्य प्रमुख श्री दीपक मौजूद थे।
सरकार को उम्मीद है कि इस पहल से न केवल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में सुधार आएगा, बल्कि आने वाले समय में इससे जुड़े डाटा और अनुभवों के आधार पर और अधिक मोबाइल यूनिट्स की योजना भी बनाई जा सकेगी।