Nanda Devi Fair 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली किया मां नंदा देवी मेला-2025 का शुभारंभ
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से अल्मोड़ा में आयोजित ऐतिहासिक “मां नंदा देवी मेला-2025” का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अल्मोड़ावासियों सहित पूरे प्रदेश के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला उत्तराखंड की लोक आस्था, संस्कृति और पहचान का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने इसे केवल धार्मिक आयोजन न मानते हुए इसे आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण का एक सशक्त मंच बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2026 में होने वाली “मां नंदा राजजात यात्रा” की तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं और इस बार इसे दिव्य और भव्य स्वरूप देने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सांस्कृतिक धरोहरों के पुनरुत्थान के अमृतकाल से गुजर रहा है और धार्मिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य अभूतपूर्व स्तर पर हो रहे हैं।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा जिले के विकास कार्यों का भी विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि बेस अस्पताल के नए भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। साथ ही सोमेश्वर में 100 बेड के उपजिला चिकित्सालय के प्रथम चरण में 50 बेड का अस्पताल बन रहा है। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए 50 बेड का अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर ब्लॉक भी स्थापित किया जा रहा है। अल्मोड़ा महिला चिकित्सालय का लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
सड़क विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में अल्मोड़ा जिले में 248 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ है। लोक निर्माण विभाग के माध्यम से भी करोड़ों रुपए की लागत से सड़कों का निर्माण और नवीनीकरण कराया गया है। लगभग 400 करोड़ की लागत से अल्मोड़ा-पौड़ी गढ़वाल-रुद्रप्रयाग सड़क का निर्माण हो चुका है, वहीं 922 करोड़ रुपए की लागत से अल्मोड़ा-बागेश्वर सड़क के चौड़ीकरण को मंजूरी मिल गई है।
उन्होंने कहा कि “उड़ान योजना” के अंतर्गत अल्मोड़ा में पर्यटन को बढ़ावा देने और आवाजाही को सरल बनाने के लिए हेली सेवाएं भी शुरू की गई हैं। सदी महर गांव में 12 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से लिफ्ट पंपिंग योजना चलाई जा रही है और जिले के 25 से अधिक स्थलों पर पार्किंग निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में प्रशासनिक भवन का निर्माण भी जारी है और डोल आश्रम के निकट चौखुटिया में हेलीपैड बनाने की योजना पर काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अल्मोड़ा में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना कर “नशा मुक्त उत्तराखंड” के लक्ष्य की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए गए हैं। साथ ही राज्य सरकार ने पहली बार सख्त भू-कानून लागू किया है, जिससे किसानों की जमीनें अब लैंड माफिया की पहुंच से सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मदरसा बोर्ड को भी समाप्त कर रही है और 1 जुलाई 2026 के बाद वे मदरसे बंद हो जाएंगे जिनमें सरकारी बोर्ड का पाठ्यक्रम लागू नहीं होगा।
धामी ने घोषणा की कि मां नंदा देवी के ऐतिहासिक मंदिर का पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण पारंपरिक पर्वतीय शैली में किया जाएगा। साथ ही सरकार विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से डीनापानी में “नंदा देवी हस्तशिल्प ग्राम” की स्थापना करेगी। इस क्राफ्ट विलेज के माध्यम से स्थानीय महिला उद्यमियों को “मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना” के अंतर्गत अपने उत्पादों को देश और विदेश के बाजारों से जोड़ने का अवसर मिलेगा। यहां ताम्र वस्तुएं, ऐपण कला, काष्ठ शिल्प और अन्य पारंपरिक हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।