• July 3, 2025

Kumbh Mela 2027:  मुख्य सचिव की समीक्षा बैठक, कुंभ 2027 की तैयारी तेज, 31 अक्टूबर 2026 तक पूरे हों सभी कार्य

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Kumbh Mela 2027:  मुख्य सचिव की समीक्षा बैठक, कुंभ 2027 की तैयारी तेज, 31 अक्टूबर 2026 तक पूरे हों सभी कार्य

मुख्य सचिव  आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर हरिद्वार कुंभ मेला 2027 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी स्थायी और अस्थायी निर्माण कार्यों को 31 अक्टूबर 2026 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि इस तिथि को लक्षित लक्ष्य मानते हुए हर विभाग को मिशन मोड में काम करना होगा। मुख्य सचिव ने सभी विभागों को शीघ्र नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए, ताकि कार्यों में तेजी और समन्वय सुनिश्चित हो सके। उन्होंने प्रमुख स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या का आंकलन कर उसी के अनुरूप घाटों की संख्या बढ़ाने, सुरक्षा व्यवस्था, आवासीय व्यवस्थाएं और यातायात नियंत्रण के पुख्ता इंतज़ाम सुनिश्चित करने को कहा।

उन्होंने मेलाधिकारी को सभी हितधारकों के साथ सतत संवाद बनाकर चलने के निर्देश दिए ताकि आवश्यक योजनाओं में किसी प्रकार की बाधा न आए। साथ ही टेक्निकल ऑडिट कमेटी और थर्ड पार्टी क्वालिटी कंट्रोल की व्यवस्था को तुरंत प्रभाव से लागू करने को कहा। मुख्य सचिव ने कार्यों को ए, बी, सी श्रेणियों में वर्गीकृत करने का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि जिन कार्यों को किसी भी स्थिति में पूरा करना है, उन्हें तत्काल प्राथमिकता में लिया जाए। दीर्घावधि और अस्थायी दोनों प्रकार के कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर भी बल दिया गया।

अतिक्रमण को लेकर मुख्य सचिव ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में जिन संस्थानों और विभागों को भूमि आवंटित की गई है, यदि वहां अतिक्रमण है तो उसे तत्काल हटाकर पुनः आवंटन किया जाए। इसके साथ ही, मेला क्षेत्र के सभी अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश भी दिए गए। यातायात और पार्किंग व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव ने एसपी हरिद्वार को 20 अगस्त 2025 तक पूरी योजना मेलाधिकारी को सौंपने को कहा। साथ ही स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली जैसे विभागों से भी 20 अगस्त तक अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश द्वारा नहरबंदी के दौरान उत्तराखंड द्वारा किए जाने वाले कार्यों की पूर्व तैयारी करने पर भी विशेष जोर दिया गया, ताकि उस सीमित समय का पूरा लाभ उठाया जा सके। मुख्य सचिव ने कुंभ मेला क्षेत्र के विस्तार की संभावनाएं तलाशने को कहा और साथ ही मेला क्षेत्र में सभी सड़कों की मरम्मत और निर्माण कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने को कहा। रानीपुर मोड़ से ज्वालापुर रेलवे पुल तक जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से फायर हाइड्रेंट जैसी सुविधाओं को विभिन्न स्थानों पर स्थापित करने की बात भी कही गई, ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो।

बैठक में मेलाधिकारी सोनिका द्वारा कुंभ मेले की तैयारियों पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। इस दौरान डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, नितेश कुमार झा, बृजेश कुमार संत, डॉ. पंकज पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, धीराज सिंह गर्ब्याल, युगल किशोर पंत, डॉ. रणवीर सिंह चौहान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े।

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