Kedarnath Yatra 2025: भारी बारिश से केदारनाथ यात्रा बाधित, गौरीकुंड-सोनप्रयाग मार्ग पूरी तरह बंद, वैकल्पिक रास्ते की तलाश में जुटी टीमें

Kedarnath Yatra 2025: भारी बारिश से केदारनाथ यात्रा बाधित, गौरीकुंड-सोनप्रयाग मार्ग पूरी तरह बंद, वैकल्पिक रास्ते की तलाश में जुटी टीमें
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हो रही लगातार भारी बारिश ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है। खासकर गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच स्थित मुनकटिया क्षेत्र में पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर और भारी मलबा सड़कों पर आ गया, जिससे केदारनाथ यात्रा मार्ग मंगलवार सायंकाल से पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। इसके चलते केदारनाथ धाम की तीर्थयात्रा फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित करनी पड़ी है।
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने स्थिति की पुष्टि करते हुए बताया कि मलबे और बोल्डरों के कारण मार्ग का लगभग 50 से 70 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। सबसे चिंता की बात यह है कि मार्ग का वैकल्पिक पैदल रास्ता भी नष्ट हो चुका है, जिससे आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। अधिकारियों के अनुसार, मार्ग को दोबारा सुचारु करने में कम से कम दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे इन दो-तीन दिनों तक केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दें और इस अवधि में किसी अन्य धार्मिक स्थल की यात्रा करें। केदारनाथ यात्रा मार्ग की स्थिति और मार्ग खुलने की तिथि से जुड़ी जानकारी जिला पुलिस के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से नियमित रूप से साझा की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि गौरीकुंड की ओर फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास युद्धस्तर पर चल रहे हैं। बचाव कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय रूप से लगी हुई हैं। फिलहाल जंगलों के भीतर वैकल्पिक पैदल मार्ग तलाशे जा रहे हैं ताकि यात्रियों को सुरक्षित रूप से सोनप्रयाग की ओर लाया जा सके।
स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग और पुलिस विभाग आपसी समन्वय के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और तेजी से राहत कार्य कर रहे हैं। मौसम की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि किसी भी तीर्थयात्री की जान को खतरा न हो।