झारखंड का डंका! IITF 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ‘स्वर्ण पदक’ हासिल कर बना फोकस स्टेट-
अहमद हसन:-
भारत मंडपम में आयोजित 44वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड पवेलियन ने नवाचार, संस्कृति और अद्भुत प्रस्तुति कौशल से जीता निर्णायकों का दिल, राज्य के लिए गौरव का पल
नई दिल्ली: 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में फोकस स्टेट झारखंड ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाते हुए देश को गौरवान्वित किया है। राज्य को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित “स्वर्ण पदक” से सम्मानित किया गया है। यह उपलब्धि न केवल झारखंड के अथक प्रयासों और कौशल का प्रमाण है, बल्कि इसने झारखंड पवेलियन को पूरे मेले का प्रमुख आकर्षण केंद्र बना दिया।

प्रस्तुति की भव्यता और नवाचार
बृहस्पतिवार को भारत मंडपम में भव्यता के साथ संपन्न हुए देश के सबसे बड़े व्यापार प्रदर्शनी आयोजन IITF 2025 में, झारखंड पवेलियन ने अपनी अनूठी थीम, विविध उत्पादों और नवाचारपूर्ण सज्जा के साथ-साथ आकर्षक लाइव डेमो के माध्यम से आगंतुकों पर एक अमिट छाप छोड़ी।
यह स्वर्ण पदक झारखंड की नवाचार क्षमता, समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और उत्कृष्ट प्रस्तुति कौशल का प्रतीक है, जिसने निर्णायक मंडल और लाखों आगंतुकों, दोनों का दिल जीता।

रिकॉर्ड तोड़ बिक्री और सांस्कृतिक संगम
मेले के अंतिम दिन झारखंड पवेलियन में खरीदारों और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां दर्शकों ने कला, संस्कृति, उद्योग और तकनीक का जीवंत संगम देखा, साथ ही स्थानीय उत्पादों की खरीदारी का भरपूर आनंद लिया।
प्रमुख आकर्षण: करियातपुर ब्रास, झारक्राफ्ट, उत्कृष्ट तसर उत्पाद, मनमोहक हस्तशिल्प, बांस शिल्प, फ्यूज़न ज्वेलरी और पारंपरिक आदिवासी हस्तनिर्मित उत्पादों के स्टॉल पर पूरे मेले के दौरान शानदार बिक्री दर्ज की गई।
खरीदारी में सुगमता: आकर्षक छूट और ऑफर्स के साथ-साथ यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान के व्यापक उपयोग ने खरीदारी को और भी सुगम बना दिया, जिससे स्टॉल ऑपरेटरों और खरीदारों दोनों को लाभ हुआ।
व्यापार और विकास के नए द्वार
झारखंड पवेलियन ने सूचना विभाग, उद्योग विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, रांची स्मार्ट सिटी, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, माइंस एंड जियोलॉजी, मुख्यमंत्री लघु उद्योग विभाग और माटीकला बोर्ड जैसे महत्वपूर्ण विभागों के स्टॉलों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस वर्ष के सफल आयोजन ने न केवल दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि झारखंड के उद्यम विकास, पर्यटन संभावनाओं, कला-संस्कृति और नवाचार की नई पहचान स्थापित करते हुए, व्यापारियों और निवेशकों के लिए भी नए अवसर प्रस्तुत किए हैं।
यह ‘स्वर्ण पदक’ सम्मान झारखंड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर राज्य की बढ़ती क्षमता को रेखांकित करता है।