Uttarakhand: पिछले तीन वर्षों में उत्तराखण्ड में सेवा, सुशासन और विकास के स्थापित हुए नये आयाम – मुख्यमंत्री

Uttarakhand: पिछले तीन वर्षों में उत्तराखण्ड में सेवा, सुशासन और विकास के स्थापित हुए नये आयाम – मुख्यमंत्री
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपनी सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर अल्मोड़ा के हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम में आयोजित चिकित्सा एवं बहुउद्देशीय शिविर में प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने राज्य स्थापना के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर बलिदानियों और आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में उत्तराखंड को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य किया गया है और विभिन्न क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने मुख्य सेवक के रूप में शपथ ली थी, तब उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक राज्य को प्रत्येक क्षेत्र में विकसित और आत्मनिर्भर नहीं बना देते, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य किया है और राज्य हित से जुड़े निर्णय लेने में कोई संकोच नहीं किया। इसी का उदाहरण समान नागरिक संहिता का लागू होना है, जो उत्तराखंड में एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य में सशक्त भू कानून लागू कर उत्तराखंड को संरक्षित करने का कार्य किया गया है और सेवा, सुशासन और विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले तीन वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूती दी गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने औद्योगिक नीति, स्टार्टअप नीति सहित कुल 30 नीतियां बनाकर राज्य में निवेश को आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां राज्य की प्रमुख समस्या पलायन से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं रोजगार सृजन के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि होम स्टे योजना, लखपति दीदी योजना और मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में लगे विभागीय स्टालों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह स्टाल केवल औपचारिकता तक सीमित न रहें, बल्कि इनके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा के करबला क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद द्वार का लोकार्पण किया और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के अनुरूप कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए आदर्श हैं और उनसे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। इस कार्यक्रम में भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग द्वारा शुरू की गई जिला बछिया योजना का भी शुभारंभ किया। उन्होंने गौ माता की पूजा कर उन्हें गुड़ और चारा खिलाया और गौ सेवा एवं संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत किसानों को ऐसी गाय दी जाएंगी जो उत्तराखंड की भौगोलिक और वातावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल होंगी।
इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उत्तराखंड को एक मजबूत और सशक्त राज्य बनाने के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार के तीन वर्षों के कार्यकाल को बेमिसाल बताया और राज्य को अग्रणी बनाने के संकल्प को दोहराया।
इस कार्यक्रम में कुल 50 विभागीय स्टाल लगाए गए थे, जिनके माध्यम से लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया। समान नागरिक संहिता स्टाल के माध्यम से विवाह पंजीकरण जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। चिकित्सा विभाग के स्टालों पर लोगों की निशुल्क जांच की गई और दवाएं वितरित की गईं। समाज कल्याण विभाग ने दिव्यांगजनों को उपकरण वितरित किए।
इस अवसर पर विधायक मोहन सिंह मेहरा, प्रमोद नैनवाल, मनोज तिवारी, मेयर अजय वर्मा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल, मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी, अपर जिलाधिकारी सीएस मर्तोलिया, अपर पुलिस अधीक्षक हरवंश सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी, भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।