House of Himalayas: हाउस ऑफ हिमालयाज बनेगा ब्रांड उत्तराखंड का वैश्विक चेहरा: 5वीं बोर्ड बैठक में रणनीति तय

House of Himalayas: हाउस ऑफ हिमालयाज बनेगा ब्रांड उत्तराखंड का वैश्विक चेहरा: 5वीं बोर्ड बैठक में रणनीति तय
उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी ब्रांड पहल हाउस ऑफ हिमालयाज को वैश्विक मंच पर मजबूत पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। सोमवार को सचिवालय में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में हुई हाउस ऑफ हिमालयाज की 5वीं बोर्ड बैठक में उत्पादों की गुणवत्ता, विस्तार रणनीति, और ब्रांड की वैश्विक पहचान सुनिश्चित करने पर गहन मंथन किया गया।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हाउस ऑफ हिमालयाज द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता सर्वोच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से जैविक उत्पादों के सर्टिफिकेशन की अनिवार्यता पर ज़ोर देते हुए कहा कि ऐसे उत्पादों की ट्रेसिबिलिटी (traceability) और क्यूआर कोड आधारित निगरानी से उपभोक्ताओं को पारदर्शिता और विश्वास मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक ब्रांड निर्माण के लिए स्टोरीटेलिंग को उत्पादों से जोड़ा जाए और आमजन को इस अभियान से जोड़ने के लिए प्रचार-प्रसार को आक्रामक रूप से किया जाए।
बैठक में “ब्रांड उत्तराखंड को वैश्विक मंच पर हिमालयी कृषि एवं गैर-कृषि उत्पादों के प्रीमियम पोजिशनिंग के माध्यम से सशक्त बनाने” की रणनीति तय की गई। दिसंबर 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई इस ब्रांड ने कम समय में 2.1 करोड़ रुपये की बिक्री की है और 3,000 से अधिक महिलाओं को प्रत्यक्ष आजीविका से जोड़ा है।
उत्पाद पोर्टफोलियो की समीक्षा के दौरान बताया गया कि हाउस ऑफ हिमालयाज के पास 50 से अधिक SKU (स्टॉक कीपिंग यूनिट्स) हैं जिनमें जैविक खाद्य सामग्री, हर्बल उत्पाद, नैचुरल ब्यूटी आइटम्स और हिमालयी स्पेशलिटी वस्तुएं शामिल हैं। उत्पादों की बिक्री अमेजन, ब्लिंकिट, जियोमार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स, नेचर’स बास्केट जैसे मॉडर्न ट्रेड आउटलेट्स और 26 प्रीमियम भौतिक स्थानों से की जा रही है।
बैठक में नई उत्पाद श्रेणियों पर भी विशेष चर्चा हुई। इसमें शामिल हैं:
- एसेंशियल ऑयल्स: लेमनग्रास, मिंट, लैवेंडर, रोज़मेरी
- हर्बल इन्फ्यूजन: कैमोमाइल, बद्री तुलसी, सी-बकथॉर्न
- हिमालयी स्पेशल्टी उत्पाद: कनार घी, सिंहाड़ा कुकीज, बासमती चावल, ऊनी स्टोल, अंजीर जैम इत्यादि
महिला सशक्तिकरण को ब्रांड की रीढ़ बताते हुए यह उल्लेख किया गया कि 40 से अधिक सामुदायिक संस्थाओं के माध्यम से 3,000+ महिलाओं को उत्पादन और विपणन प्रक्रिया में जोड़ा गया है। इससे ना सिर्फ उन्हें आर्थिक स्वावलंबन मिला है, बल्कि स्थानीय पारंपरिक उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाने का मंच भी मिला है।
भविष्य की योजनाएं भी इस बैठक का केंद्रबिंदु रहीं। घरेलू स्तर पर दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में Reliance Freshpik, Le Marche, Food Square के माध्यम से विस्तार की योजना बनाई गई है। वहीं, BigBasket और Zepto जैसे प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर ब्रांड को ऑनबोर्ड किया जाएगा।
वैश्विक रणनीति के तहत:
- अमेरिका में Apna Bazaar के माध्यम से लॉन्च
- Amazon Global पर UAE और USA में उपस्थिति
- MEA (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से दूतावासों से सहयोग
- Box of India प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में एंट्री
ब्रांड का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2025-26 तक ₹10 करोड़ और 2026-27 तक ₹25 करोड़ की बिक्री हासिल करना है।
शासन और संगठनात्मक मजबूती के तहत बताया गया कि अप्रैल 2024 में कंपनी का औपचारिक गठन हुआ और ₹10 करोड़ की पूंजी जुटाई गई। राज्य मंत्रिमंडल द्वारा वित्तीय व प्रशासनिक नियमों को मंजूरी दी गई और 22 प्रमुख पदों के लिए संरचना तैयार की गई है। अब तक 22 ट्रेडमार्क्स के लिए आवेदन किया गया, जिनमें से 11 को स्वीकृति भी मिल चुकी है।
बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव राधिका झा, दिलीप जावलकर, बी वी आर सी पुरुषोत्तम, वी षणमुगम, धीरज सिंह गरब्याल, पूर्व मुख्य सचिव इंदु कुमार पांडे, पूर्व निदेशक LBSNA संजीव चोपड़ा, कुलपति UPSE राम के शर्मा और हाउस ऑफ हिमालयाज की एमडी झरना कामठान समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।