Himachal Pradesh: हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम, मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात*

Himachal Pradesh: हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम, मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात*
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राज्य के विकास और आर्थिक सुदृढ़ता के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इस महत्वपूर्ण भेंट में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2032 तक आत्मनिर्भर राज्य बनाने के सरकार के विजन से अवगत कराया और इससे जुड़ी योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पहले ही कई ठोस पहलें कर चुकी है और मौजूदा योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि राज्य को केंद्र सरकार की ओर से उदार वित्तीय सहायता दी जाए, जिससे विकास योजनाओं को सुचारू रूप से लागू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने राज्य को देय लंबित धनराशि को जल्द से जल्द जारी करने का अनुरोध भी किया।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री को राज्य के बागवानों की समस्याओं से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादन एक प्रमुख कृषि गतिविधि है, लेकिन हाल के वर्षों में देश के अन्य हिस्सों से सस्ते दामों पर सेब का आयात होने के कारण स्थानीय बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि बाहर से सस्ते सेब आने के कारण हिमाचल के सेब उत्पादकों को होने वाले नुकसान को रोका जाए। प्रधानमंत्री ने इस दिशा में कार्रवाई का भरोसा दिया है।”
मुख्यमंत्री ने इस बैठक को सकारात्मक और उत्साहवर्धक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल के मुद्दों को गंभीरता से सुना और उचित सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री का यह दौरा राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने, बागवानी क्षेत्र को राहत दिलाने और केंद्र व राज्य के बीच सहयोग को और गहराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री से हुई इस भेंट को लेकर मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र सरकार से और अधिक समर्थन मिलेगा, जिससे राज्य के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा और विकास की रफ्तार और तेज होगी।