Haridwar Stampede: मनसा देवी हादसे पर सीएम धामी ने जताया दुःख, पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान

Haridwar Stampede: मनसा देवी हादसे पर सीएम धामी ने जताया दुःख, पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान
हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर रविवार सुबह एक भीषण भगदड़ मच गई, जिसमें अब तक 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं। यह हादसा सुबह लगभग 9 बजे हुआ, जब मंदिर की सीढ़ियों पर अचानक अफवाह फैल गई कि वहां बिजली का झटका लगा है। यह सुनते ही श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई और देखते ही देखते भगदड़ की स्थिति बन गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल और राहत बचाव टीमें घटनास्थल पर तुरंत पहुंचीं। घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया और क्षेत्र को खाली कराकर राहत कार्य शुरू कर दिया गया। SDRF, उत्तराखंड पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवक संगठनों की टीमें भी मौके पर राहत अभियान में जुट गईं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हृदयविदारक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में 6 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति मिले।”
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को ₹2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जबकि घायलों को ₹50,000 रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही, उन्होंने इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा, “आज सुबह करीब 9 बजे हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की सीढ़ियों के पास एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। एक अफवाह फैली, जिससे भगदड़ मच गई और 6 लोगों की जान चली गई। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है और बचाव अभियान जारी है।”
प्रशासन ने घटना के तुरंत बाद मंदिर मार्ग पर भीड़ नियंत्रण के लिए सुरक्षा बल तैनात किए हैं। श्रद्धालुओं की आवाजाही फिलहाल सीमित कर दी गई है ताकि स्थिति सामान्य की जा सके। मंदिर प्रशासन को भीड़ प्रबंधन को लेकर नए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
यह हादसा एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण, अफवाहों से बचाव और आपातकालीन प्रतिक्रिया व्यवस्था की गंभीरता को उजागर करता है। राज्य सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
राज्य में सावन माह के चलते हरिद्वार और उसके आसपास के मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे सुरक्षा प्रबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और इस घटना से मिले सबक के आधार पर सुरक्षा व्यवस्था की पुनः समीक्षा की जाएगी।