• October 13, 2025

Gonda Women Entrepreneur: गोंडा की महिला किसान मीरा तिवारी ने सहजन और जामुन से खड़ा किया लाखों का व्यवसाय, प्रेरणादायक सफर

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Gonda Women Entrepreneur: गोंडा की महिला किसान मीरा तिवारी ने सहजन और जामुन से खड़ा किया लाखों का व्यवसाय, प्रेरणादायक सफर

गोंडा जिले के मंगराईचपुरवा गांव की महिला किसान मीरा तिवारी ने सहजन और जामुन से तैयार किए गए उत्पादों के जरिए अपने जीवन में एक नया मुकाम हासिल किया है। अपने घर के आसपास लगाए गए सहजन और जामुन के पेड़ों से शुरू हुए इस सफर ने अब उन्हें हर महीने चालीस हजार रुपये से अधिक की आमदनी दिलाई है और व्यवसाय धीरे-धीरे लाखों रुपये तक पहुंच रहा है। मीरा ने बताया कि सहजन के तने, पत्ते, फूल, फल और जड़ सभी औषधीय गुणों से भरपूर हैं और इनके उपयोग से 300 से अधिक बीमारियों में राहत मिलती है। वहीं, जामुन पाउडर डायबिटीज के मरीजों में सबसे अधिक मांग में है और ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने में मदद करता है।

मीरा तिवारी ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में कहा कि इस साल उन्होंने सहजन और जामुन से उत्पाद बनाने का व्यवसाय शुरू किया और पहले ही साल से धीरे-धीरे लाभ मिलने लगा। उनका परिवार शुरू में केवल घरेलू उपयोग के लिए सहजन और जामुन उगा रहा था, लेकिन औषधीय गुणों की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने इसे व्यवसाय में बदलने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि उनके ससुर शुगर की बीमारी से ग्रस्त थे, और सहजन के पत्तों को पीसकर पाउडर बनाने से काफी हद तक उनका शुगर नियंत्रित हुआ। इस अनुभव ने उन्हें व्यवसाय के रूप में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

मीरा ने बताया कि सहजन के पत्तों और बीजों को अच्छी तरह सुखाकर मिक्सी से पाउडर बनाया जाता है। इसे पैक करके स्थानीय दुकानों, मार्केट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बेचा जाता है। ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से उनके उत्पाद अब गोंडा के बाहर भी डिलीवर किए जा रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी और बढ़ गई है। एक डिब्बे का मूल्य 150 रुपये है और एक दिन में औसतन बीस डिब्बों की बिक्री हो जाती है।

मीरा तिवारी स्वयं सहायता समूह (SHG) से भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने बताया कि जामुन के सिरके की मांग बहुत अधिक है और एक किलो सिरका 220 रुपये में बिकता है। उनके इस व्यवसायिक सफर ने न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया, बल्कि गांव की अन्य महिलाओं के लिए भी आत्मनिर्भर बनने का मार्ग दिखाया है। सहजन और जामुन से बने उत्पादों की तेजी से बढ़ती डिमांड उनके साहस और मेहनत का प्रमाण है और हजारों महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।

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