Delhi:’अष्टलक्ष्मी’ नॉर्थ ईस्ट भारत की ताकत है: पीएम मोदी ने राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट में किया संबोधन

Delhi:’अष्टलक्ष्मी’ नॉर्थ ईस्ट भारत की ताकत है: पीएम मोदी ने राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट में किया संबोधन
दिल्ली में आयोजित ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर भारत की विविधता और सामर्थ्य की प्रशंसा करते हुए इसे ‘अष्टलक्ष्मी’ का आशीर्वाद बताया। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व का सबसे विविध देश माना जाता है और पूर्वोत्तर इस विविधता की सबसे सशक्त पहचान है।
पीएम मोदी ने कहा, “नॉर्थ ईस्ट की विविधता इसकी बहुत बड़ी ताकत है। यह क्षेत्र भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि का प्रतीक है। हर राज्य कह रहा है – हम निवेश के लिए तैयार हैं, हम नेतृत्व के लिए तैयार हैं। यह नया आत्मविश्वास नॉर्थ ईस्ट के उज्जवल भविष्य की गवाही देता है।”
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कानून-व्यवस्था की स्थिरता और शांति की आवश्यकता को विकास की पहली शर्त बताते हुए कहा, “एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट का नाम बम और बंदूक के साथ जुड़ता था। माओवाद और उग्रवाद ने इस क्षेत्र के युवाओं से अवसर छीन लिए थे। लेकिन हमारी सरकार ने शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाते हुए शांति समझौतों को प्राथमिकता दी।”
उन्होंने जानकारी दी कि बीते 10-11 वर्षों में 10,000 से अधिक युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास और शांति का मार्ग चुना है। उन्होंने कहा कि आज नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को उनके अपने क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं और सरकार उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
प्रधानमंत्री ने निवेशकों से भी आग्रह किया कि वे नॉर्थ ईस्ट में निवेश कर इस क्षेत्र की तरक्की में भागीदार बनें, क्योंकि यह क्षेत्र सिर्फ सामरिक दृष्टि से नहीं, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी देश के विकास का महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है।