Uttarakhand: मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की

Uttarakhand: मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की
मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने सोमवार को सचिवालय में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सभी जिला अस्पतालों और उप जिला अस्पतालों को चिकित्सकों, विशेषज्ञ चिकित्सकों और उपकरणों से सुसज्जित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि सभी जिला अस्पतालों में मैनपावर, उपकरण और आधारभूत चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की मान्यता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने समय सीमा निर्धारित करने और पात्रता मानदंडों को पूरा करने के लिए इस दिशा में कार्य करने को कहा। इसके साथ ही, उन्होंने जर्मनी और जापान में नर्सिंग क्षेत्र में जॉब की संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा आयोजित नर्सिंग कोर्सों में जर्मन और जापानी भाषाओं की शिक्षा देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके लिए दून विश्वविद्यालय और अन्य भाषायी संस्थानों को जोड़ा जा सकता है।
मुख्य सचिव ने भारतीय चिकित्सा पद्धति की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि एलोपैथिक चिकित्सा के साथ-साथ भारतीय चिकित्सा पद्धति को भी समाहित किया जाना चाहिए। इसके लिए एलोपैथी और आयुष विभागों को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।
मुख्य सचिव ने चारधाम मार्गों पर स्थित अस्पतालों के मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को आधारभूत चिकित्सा सुविधाओं और उपकरणों से पूरी तरह सुसज्जित किया जाए, ताकि चारधाम यात्रा के दौरान अन्य अस्पतालों से चिकित्सकों की व्यवस्था की आवश्यकता न हो।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में टेलीमेडिसिन की उपयोगिता को भी सराहा और इसे आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ ही डेडिकेटेड टीम लगाने की बात कही।
समीक्षा बैठक में सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों और योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं, और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उप जिला अस्पतालों में अपग्रेड किया जा रहा है। इसके साथ ही रुद्रपुर और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज का कार्य भी प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया और लक्ष्य से अधिक सफलता प्राप्त की गई है।
बैठक में मिशन निदेशक श्रीमती स्वाति भदौरिया, अपर सचिव श्रीमती रीना जोशी, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।