Tundi-Barmaun visit: मुख्यमंत्री धामी ने पिथौरागढ़ के पैतृक गांव टुंडी–बारमौं का दौरा कर ग्रामीणों से भेंट की
Tundi-Barmaun visit: मुख्यमंत्री धामी ने पिथौरागढ़ के पैतृक गांव टुंडी–बारमौं का दौरा कर ग्रामीणों से भेंट की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज अपनी माता जी के साथ पिथौरागढ़ जनपद स्थित अपने पैतृक गांव टुंडी–बारमौं पहुंचे और वहां स्थानीय लोगों से भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने गांव के मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली, सुरक्षा और समृद्धि के लिए कामना की। मुख्यमंत्री ने गांव में बिताए अपने बचपन के अनुभव साझा किए और बताया कि यह गांव उनके जीवन और व्यक्तित्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि टुंडी–बारमौं उनके लिए केवल एक स्थान नहीं, बल्कि जड़, संस्कार और पहचान का प्रतीक है। यह वही गांव है, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और बचपन के वर्षों में संस्कृति, परंपरा और समुदाय का स्नेह अनुभव किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि गांव में कदम रखते ही बुजुर्गों का स्नेहिल आशीर्वाद और मातृशक्ति का प्रेम मन को भावनाओं से भर गया। कई बुजुर्गों ने उन्हें उनके बचपन के नाम से पुकारा, जिससे उनके और गांव के बीच का अपनत्व और गहरा हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौनिहालों और युवाओं की मुस्कान में उन्हें अपने बचपन की स्मृतियां जीवंत हो उठीं। हर चेहरा, हर आंगन और हर गलियां उनके लिए स्मृति और प्रेरणा का स्रोत बन गई। उन्होंने बताया कि यह मुलाकात उनके लिए भावनात्मक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रही और इससे उन्हें यह एहसास हुआ कि गांव की संस्कृति और सामाजिक मूल्यों का संरक्षण कितनी अहम भूमिका निभाता है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के प्रत्येक नागरिक को अपने पैतृक गांवों को संवारने और उनके विकास में योगदान देने की आवश्यकता है। प्रवासी उत्तराखण्डवासियों से अपील की कि वे अपने गांवों के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश, सामुदायिक परियोजनाओं और शिक्षा के माध्यम से गांवों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की और उनकी समस्याओं, सुझावों और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि गांव का विकास राज्य की समग्र प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है और प्रत्येक नागरिक का योगदान इसे और सशक्त बना सकता है। इस भावनात्मक और प्रेरक यात्रा में मुख्यमंत्री ने अपनी जड़ों से जुड़ाव का अनुभव साझा किया और गांववासियों को प्रेरित किया कि वे अपने पैतृक स्थान की प्रगति और खुशहाली में सक्रिय रूप से भाग लें।