Haridwar: हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी ने किया 550 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, भ्रष्टाचारियों को दी सख्त चेतावनी
हरिद्वार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में आयोजित ‘विकास संकल्प पर्व’ में 550 करोड़ रुपये की 107 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने न केवल जनता को करोड़ों की सौगात दी, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दोहराते हुए चेतावनी दी कि “भ्रष्टाचारी जेल जाने के लिए तैयार रहें।”
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार जनपद के लिए 13 नई घोषणाएं कीं जिनमें लालढांग में सिंचाई झील का निर्माण, लालढांग पीएचसी को सीएचसी में उच्चीकृत करना, भगवानपुर से इकबालपुर और सिकरौदा तक सड़क चौड़ीकरण व निर्माण, निरंजनपुर में डिग्री कॉलेज और मुबारकपुर-अलीपुर में हाईस्कूल को इंटर कॉलेज में उच्चीकृत करना प्रमुख रहीं। इसके अलावा पुल, सीसी सड़क, बाउंड्री वॉल और मोटर रोड जैसी आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाएं भी घोषित की गईं।
कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को कुल 75.81 लाख रुपये के चेक वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने एनआरएलएम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को 2 लाख से लेकर 30 लाख रुपये तक की सहायता दी। वहीं पीएम आवास योजना के तहत एक लाभार्थी को घर की चाबी भी सौंपी गई।
मुख्यमंत्री ने अपने चार साल पूरे होने पर देवभूमि की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सेवा यात्रा जनसमर्थन और जनविश्वास के बल पर ही संभव हुई है। उन्होंने ‘विकल्प रहित संकल्प’ के तहत प्रदेश के सर्वांगीण विकास को अपना लक्ष्य बताया। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से राज्य में होम स्टे योजना, लखपति दीदी योजना और सौर स्वरोजगार योजना जैसी योजनाओं को लागू कर स्वरोजगार को प्रोत्साहित किया है। परिणामस्वरूप उत्तराखंड को नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक में देशभर में पहला स्थान प्राप्त हुआ।
धामी ने कहा कि राज्य की बेरोजगारी दर 4.4% तक घटा दी गई है जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। उन्होंने महिलाओं के लिए 30% आरक्षण, मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, महालक्ष्मी योजना, वात्सल्य योजना और पोषण अभियान जैसी योजनाओं की जानकारी दी।
हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर को काशी और उज्जैन की तर्ज पर विकसित करने, हेलीपोर्ट, पॉड टैक्सी और रोपवे निर्माण जैसी योजनाएं हरिद्वार को विश्वस्तरीय नगरी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा और 2027 के महाकुंभ को दिव्य, भव्य और ऐतिहासिक बनाने का संकल्प भी दोहराया।
धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक समरसता को बचाने के लिए धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून जैसे कठोर कदमों को उन्होंने जनहित में जरूरी बताया। उन्होंने बताया कि अब तक 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने मंच से स्पष्ट किया कि ईमानदारी उनकी सरकार की पहचान है और सेवा उनका संकल्प। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील करते हुए उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री, जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद रही। विभिन्न विभागों ने भी स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी।