राजभवन स्थित इस उद्यान में लगभग 10 फीट ऊंची प्रतिमा को 8 फीट ऊंचे ग्रेनाइट चबूतरे पर स्थापित किया गया है। इसे हरिद्वार के प्रख्यात कलाकार शिवम चौरसिया ने फाइबर और रेजिन से तैयार किया है। प्रतिमा के आसपास विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण भी किया गया है, जिससे यह स्थान हरियाली और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण दिखाई देता है।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह प्रतिमा केवल एक स्मारक नहीं बल्कि एक जीवंत प्रेरणा-स्तंभ है। उन्होंने कहा कि उद्यान में नक्षत्र, प्रकृति, मंदिर और पर्वत का संगम यह संदेश देता है कि जब ध्येय लोककल्याण हो, तो देवत्व और प्रकृति स्वयं मार्ग प्रशस्त करते हैं। राज्यपाल ने उद्यान को तैयार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह प्रतिमा राजभवन आने वाले प्रत्येक नागरिक और अतिथि को कर्तव्यनिष्ठा, लोककल्याण और भारतीय संस्कृति का संदेश देती रहेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा सदैव हमें स्मरण कराएगी कि “भगीरथ प्रयत्न” ही महान लक्ष्यों को प्राप्त करने का मार्ग है।

उद्घाटन से पहले राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राजभवन स्थित राजप्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की और देश एवं प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी कौशल कुमार किशोर, अपर सचिव रीना जोशी, अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी, अपर सचिव लोक निर्माण विभाग विनीत कुमार, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, सहायक अभियंता विजय धस्माना, उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।