
मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए संबंधित विभागों को आदेश दिए कि जनजीवन को शीघ्र सामान्य करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को आपदा मानकों के अनुसार त्वरित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए और मूलभूत सेवाओं की आपूर्ति में कोई देरी न हो। उन्होंने जोर दिया कि निरंतर हो रही वर्षा को देखते हुए विशेष सावधानी बरती जाए और जहां-जहां मार्ग अवरुद्ध हैं, वहां वैकल्पिक रास्तों और राहत शिविरों की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाए।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय नागरिकों और प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि आम लोगों की परेशानियों को जल्द से जल्द कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि कार्यों की प्रगति की नियमित निगरानी की जाए और आपदा प्रबंधन के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी प्रभावित परिवार को अकेला या असहाय महसूस न होने दिया जाए।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिल्ला, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह और जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी दी और भरोसा दिलाया कि प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सभी कदम तेजी से उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अंत में यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार हरसंभव प्रयास करेगी कि प्रदेश के लोग सुरक्षित और सहज महसूस करें और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल हो।