REAP Project: हरिद्वार में अपर सचिव ग्राम्य विकास का निरीक्षण, महिला समूहों के उद्यमों की गुणवत्ता पर दिया जोर

REAP Project: हरिद्वार में अपर सचिव ग्राम्य विकास का निरीक्षण, महिला समूहों के उद्यमों की गुणवत्ता पर दिया जोर
हरिद्वार, उत्तराखंड सरकार की अपर सचिव ग्राम्य विकास एवं परियोजना निदेशक, उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति, झरना कमठान ने आज जनपद हरिद्वार का दौरा कर ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत संचालित गतिविधियों का विस्तृत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिला सीएलएफ और स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित उद्यमों की प्रगति, उत्पादों की गुणवत्ता और उनके बाजार में संभावित विस्तार की गहन समीक्षा की।
निरीक्षण की शुरुआत खानपुर विकासखंड से हुई, जहां उन्होंने सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का दौरा किया। उत्पादन प्रक्रिया को करीब से देखते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि आटे का उत्पादन शीघ्र पुनः प्रारंभ किया जाए। जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना और सीएलएफ अध्यक्षा ने जानकारी दी कि सिंघाड़े का उत्पादन अक्टूबर माह से शुरू होते ही आटे की आपूर्ति नियमित रूप से बहाल हो जाएगी।
इसके बाद रुड़की विकासखंड में स्थित हिलांस बेकरी यूनिट का निरीक्षण किया गया। यहां उन्होंने महिला समूहों द्वारा तैयार की जा रही सिंघाड़ा कुकीज़ और अन्य उत्पादों की गुणवत्ता और पैकेजिंग का अवलोकन किया। उन्होंने महिला समूहों की मेहनत और नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयास ग्रामीण आजीविका को नई दिशा दे रहे हैं।
झरना कमठान ने स्पष्ट किया कि इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। साथ आई क्वालिटी टीम द्वारा सभी उत्पादों की जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर प्रशिक्षण एवं सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान में उत्पादों की गुणवत्ता अच्छी है, और विभाग इसे और बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने ब्लॉक कार्यालयों का औचक निरीक्षण भी किया, जहां सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित पाई गईं। वहीं, परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कैलाश नाथ तिवारी ने मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे के निर्देशन में निर्माणाधीन लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और इसे समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस निरीक्षण अभियान में अपर सचिव झरना कमठान के साथ परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कैलाश नाथ तिवारी, जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना, सभी सहायक प्रबंधक, खानपुर और रुड़की के बीडीओ/एबीडीओ, ब्लॉक स्तरीय रीप एवं एनआरएलएम टीम, सीएलएफ टीम सहित अनेक अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।