UP: यूपी में सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती, योगी सरकार करेगी बस चालकों की मेडिकल जांच अनिवार्य

UP: यूपी में सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती, योगी सरकार करेगी बस चालकों की मेडिकल जांच अनिवार्य
उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में परिवहन विभाग की विभिन्न सेवाओं का शुभारंभ किया और डिजिटल लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य में बस चालकों का नियमित मेडिकल और फिजिकल फिटनेस टेस्ट हर तीन महीने में अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। विशेष रूप से आंखों की जांच पर जोर दिया गया ताकि दृष्टि दोष के कारण सड़क हादसों से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क पर किसी को भी गाड़ी चलाने का अंदाजे पर अधिकार नहीं दिया जा सकता। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम देश में सबसे बड़े बेड़े का संचालन करता है। इतनी बड़ी संख्या में सेवाएं देना अपने आप में एक उपलब्धि है, लेकिन इसके साथ ही चुनौतियां भी बड़ी हैं। उन्होंने रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को तीन दिनों तक मुफ्त बस यात्रा उपलब्ध कराने की पहल की सराहना की और कहा कि भविष्य में इस तरह की सेवाओं का प्रचार-प्रसार और प्रभावी तरीके से किया जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति, समाज या राष्ट्र समय की गति से पीछे रह जाता है तो वह हमेशा पीछे रह जाता है। लेकिन यदि समय की गति से दो कदम आगे बढ़ने की क्षमता हो, तो विजयश्री का ध्वज फहराता है। उन्होंने परिवहन विभाग से अल्पकालिक (3 वर्ष), मध्यम अवधि (10 वर्ष) और दीर्घकालिक (22 वर्ष) योजनाएं तैयार करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग ने समय-समय पर अपनी सेवाओं से मिसाल पेश की है। 2019 के प्रयागराज कुंभ और 2020 की वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान, जब लाखों कामगार और श्रमिक अपने राज्यों और गांवों की ओर लौट रहे थे, तब विभाग ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड तक प्रवासियों को सुरक्षित पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। इसी वर्ष आयोजित प्रयागराज महाकुंभ में भी विभाग ने रेलवे स्टेशनों और अन्य स्थानों पर उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करते हुए करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर संकट की घड़ी में परिवहन विभाग ने समय का सच्चा साथी बनकर प्रदेश और समाज की सेवा की है। सड़क सुरक्षा प्रदेश के लिए गंभीर चुनौती है। कोरोना काल के तीन वर्षों में जितनी जानें नहीं गईं, उससे अधिक लोग हर साल सड़क हादसों में मारे जाते हैं। इनमें अधिकतर युवा होते हैं, जिससे परिवार उजड़ जाते हैं। यह समाज और सरकार दोनों के लिए चिंता का विषय है।
योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग को सड़क सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा विभाग की जिम्मेदारी है। यदि किसी यात्री की जान बचती है तो यह विभाग की सकारात्मक छवि बनाता है, लेकिन लापरवाही से जान जाने पर विभाग की बदनामी के साथ आर्थिक नुकसान भी होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है। इसके लिए आईआईटी खड़गपुर जैसी संस्थाओं की तकनीकी मदद, पुलिस और अन्य विभागों का समन्वय, साथ ही स्कूलों में ट्रैफिक नियमों की शिक्षा अत्यंत आवश्यक है।