Uttarakhand Floods: थराली में भारी बारिश से तबाही, राहत-बचाव कार्य तेज

Uttarakhand Floods: थराली में भारी बारिश से तबाही, राहत-बचाव कार्य तेज
उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में भारी बारिश के बाद आए मलबे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालात गंभीर हैं और राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और लगातार मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन और जिलाधिकारी संदीप तिवारी से संपर्क बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि प्रभावित परिवारों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए और उन्हें भोजन, पानी, चिकित्सा व आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, एसएसबी और आईटीबीपी की टीमें लगातार मलबा हटाने और फंसे लोगों को बचाने के कार्य में जुटी हैं। मुख्य सचिव ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से राहत कार्यों की समीक्षा की और जिलाधिकारी को स्थिति को जल्द सामान्य करने के निर्देश दिए।
अब तक की जानकारी के अनुसार हादसे में एक युवती का शव बरामद हुआ है, जबकि एक अन्य व्यक्ति की तलाश अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री ने युवती के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि राहत व बचाव दल पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं और सरकार हर कदम पर थराली की जनता के साथ खड़ी है।
जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि अब तक 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रभावितों के लिए सतलुज जल विद्युत निगम और जीएमवीएन के विश्राम गृहों को राहत शिविरों में बदल दिया गया है। वहीं हरमनी के पास मार्ग को बहाल कर दिया गया है ताकि यातायात और राहत सामग्री की आपूर्ति सुचारू रह सके। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ ब्लॉकों के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
सरकारी तंत्र की यह त्वरित कार्रवाई इस बात का संकेत है कि आपदा के समय राज्य सरकार हरसंभव सहायता देने और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित व संरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।