Mukhyamantri Udyamshala Yojana: हरिद्वार में मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना पर जिला स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजन

Mukhyamantri Udyamshala Yojana: हरिद्वार में मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना पर जिला स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजन
हरिद्वार, विकास भवन रोशनाबाद के सभागार में आज “मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना” (एमयूवाई) के अंतर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का नेतृत्व मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे के निर्देशन में हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रेखीय विभागों के साथ समन्वय स्थापित करना तथा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सहयोग को सुदृढ़ करना रहा।
मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना राज्य सरकार की एक प्रमुख पहल है, जो विशेष रूप से ग्रामीण उद्यमियों, महिलाओं और सामुदायिक संगठनों को उद्यमशीलता के प्रत्येक चरण में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। कार्यशाला में एमयूवाई की टीम द्वारा योजना की रूपरेखा, उद्देश्य, कार्यप्रणाली और लाभार्थियों तक पहुंचने की रणनीति को एक विस्तारपूर्ण प्रस्तुति के माध्यम से साझा किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे अपने संबंधित लाभार्थियों की सूची योजना टीम को जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं, ताकि पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ समय पर दिया जा सके। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को आरबीआई परियोजना और मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना की आवश्यकताओं के अनुरूप सभी जरूरी दस्तावेज जैसे एफएसएसएआई (FSSAI) लाइसेंस और उद्यम (UDYAM) पंजीकरण अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा, विशेष रूप से एनआरएलएम और ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत पंजीकृत व्यवसायियों के लिए।
सभी विभागों को यह भी निर्देश दिए गए कि लाभार्थियों का ऑनलाइन पंजीकरण आरबीआई परियोजना के पोर्टल पर अनिवार्य रूप से कराया जाए। इसके बाद लाभार्थियों को आवश्यक लाइसेंस, प्रमाणपत्र एवं अन्य अनुमतियां योजना की टीम द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी। योजना की टीम ब्लॉक स्तर, सीएलएफ स्तर और व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करते हुए सुनिश्चित करेगी कि अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को योजना से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
कार्यशाला में परियोजना निदेशक कैलाश नाथ तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, अग्रणी जिला प्रबंधक डीके गुप्ता, मत्स्य अधिकारी गरिमा मिश्रा, एसीवीओ, जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना, ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के समस्त सहायक प्रबंधक, डीआरडीए के नवीन नौटियाल, नाबार्ड के डीडीएम, आरसेटी के निदेशक तनुज पुण्डीर, राव आशकर, योगेन्द्र चोहान, डीटीई सूरज, सभी ब्लॉकों से एनआरएलएम के बीएमएम तथा विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारी व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।