Uttarakhand Investment Festival 2025: अमित शाह ने धामी सरकार के विकासात्मक पराक्रम की की सराहना

Uttarakhand Investment Festival 2025: अमित शाह ने धामी सरकार के विकासात्मक पराक्रम की की सराहना
रुद्रपुर में आयोजित भव्य उत्तराखण्ड निवेश उत्सव-2025 का मंच उस समय ऐतिहासिक बन गया जब देश के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किए गए कार्यों की खुले मंच से प्रशंसा की। उन्होंने उत्तराखण्ड को निवेश के नए केंद्र के रूप में उभरता देख इसे पहाड़ों में विकास की नई क्रांति करार दिया।
शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत मुख्यमंत्री धामी को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे पहाड़ी राज्य में ₹1 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारना एक असाधारण उपलब्धि है। गृह मंत्री ने याद दिलाया कि वर्ष 2023 में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था कि केवल एमओयू साइन कराना पराक्रम नहीं होता, असली पराक्रम तब होता है जब वह निवेश धरातल पर उतरता है। उन्होंने कहा कि “आज जब इन वादों को साकार होते देखता हूं तो मैं इसे सच्चा पराक्रम मानता हूं।”
अमित शाह ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की विस्तृत सराहना की। उन्होंने कहा, “पहाड़ी राज्यों में निवेश लाना, पहाड़ चढ़ने जितना कठिन होता है, लेकिन धामी जी ने इस सोच को चुनौती दी है। न सिर्फ निवेश आया है, बल्कि इससे 81 हजार से अधिक लोगों को रोजगार भी मिला है, जो अपने आप में एक बड़ी सामाजिक उपलब्धि है।”
गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नीति और नेतृत्व की विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने विकास और पर्यावरण के बीच एक शानदार संतुलन स्थापित किया है। “धामी जी की सरकार की पारदर्शी नीतियां, तेज क्रियान्वयन और दूरदर्शी दृष्टिकोण ने उत्तराखण्ड के समग्र विकास का एक ऐसा रोडमैप तैयार किया है जो आने वाले वर्षों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।”
अपने भाषण के दौरान गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को कभी “भाई धामी”, तो कभी “लोकप्रिय और यशस्वी मुख्यमंत्री” कहकर संबोधित किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मजबूत रिश्ते साझा कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि “उत्तराखण्ड के हर विकासात्मक कदम में केंद्र सरकार पूर्ण सहयोग के साथ खड़ी है।”
अमित शाह ने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड अब निवेश के लिए तैयार राज्य बन चुका है। उन्होंने उत्तराखण्ड की तुलना गुजरात जैसे औद्योगिक रूप से विकसित राज्य से की और कहा कि जैसे माहौल गुजरात में तैयार किया गया था, वैसा ही व्यावसायिक वातावरण उत्तराखण्ड ने भी तैयार कर दिखाया है। यह दर्शाता है कि अब पहाड़ों की पारंपरिक चुनौतियां संभावनाओं में परिवर्तित हो रही हैं।