Rozgar Mela: रोजगार मेला: पीएम मोदी ने बांटे 51,000 नियुक्ति पत्र, कहा- ‘युवा बनेंगे भारत की प्रगति के पथिक’
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देशभर के विभिन्न सरकारी विभागों में नव-नियुक्त कर्मचारियों को 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपे। यह आयोजन ‘रोजगार मेला’ नामक उस व्यापक राष्ट्रीय अभियान का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य युवाओं को सरकारी सेवाओं में अवसर प्रदान कर उन्हें देश की विकास यात्रा में भागीदार बनाना है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए युवाओं को संबोधित किया और उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “रोजगार मेला युवाओं को सशक्त बनाने की एक मजबूत कड़ी बन चुका है। यह पहल न केवल नौकरी के अवसर देती है, बल्कि युवाओं को यह विश्वास भी दिलाती है कि वे देश की सेवा में हैं। कुछ युवा सेना और अर्धसैनिक बलों में राष्ट्र की रक्षा करेंगे, कुछ प्रशासन में योगदान देंगे, तो अन्य स्वास्थ्य, संचार और वित्तीय क्षेत्रों में देश को आगे ले जाएंगे।”
प्रधानमंत्री ने यह भी दोहराया कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। उन्होंने कहा, “पिछले 11 वर्षों में भारत ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है — चाहे वह अवसंरचना हो, तकनीक, स्वास्थ्य सेवाएं या शिक्षा। इस प्रगति में हमारे युवाओं की भागीदारी सबसे अहम रही है। यह नियुक्ति पत्र सिर्फ नौकरी का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि ये आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक संकल्प भी हैं।”
उन्होंने ‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ की नीति को दोहराते हुए कहा कि यह सरकार की पारदर्शी और मेरिट आधारित भर्ती प्रणाली को दर्शाता है, जहां प्रतिभा को प्राथमिकता मिलती है, न कि सिफारिश को।
इस रोजगार मेले का 16वां संस्करण देशभर के 47 स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया। इसमें केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के अंतर्गत हजारों पदों पर भर्तियां की गईं। नए नियुक्त अभ्यर्थियों को रेलवे मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, डाक विभाग, वित्तीय सेवा विभाग, श्रम और रोजगार मंत्रालय समेत विभिन्न विभागों में नियुक्त किया गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक रोजगार मेला अभियान के तहत पूरे देश में 10 लाख से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं। यह अभियान केंद्र सरकार की उन योजनाओं में से एक है, जो भारत के युवा वर्ग को रोजगार, सम्मान और आत्मविश्वास से जोड़ते हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन में बार-बार यह भाव उभरकर सामने आया कि सरकार केवल नौकरी नहीं दे रही, बल्कि नए भारत के निर्माण में युवाओं को कंधे से कंधा मिलाकर चलने का अवसर दे रही है।