Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्वतीय राज्यों के लिए पृथक विमानन नीति की उठाई मांग, नागर विमानन सम्मेलन-2025 में रखा विशेष प्रस्ताव

Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्वतीय राज्यों के लिए पृथक विमानन नीति की उठाई मांग, नागर विमानन सम्मेलन-2025 में रखा विशेष प्रस्ताव
देहरादून, 4 जुलाई 2025 — उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून स्थित एक होटल में आयोजित नागर विमानन सम्मेलन–2025 में हिस्सा लिया। इस राष्ट्रीयस्तरीय आयोजन में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू सहित उत्तर भारत के सभी विमानन मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य नागर विमानन क्षेत्र में सहयोग, विकास और नीति निर्माण के लिए संवाद स्थापित करना था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में देश के नागर विमानन क्षेत्र में हो रही ऐतिहासिक प्रगति का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दिया। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के माध्यम से छोटे शहरों और दुर्गम क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ने का सपना साकार हो रहा है, जिससे आम जनता को सस्ती और सुलभ हवाई सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। इसके साथ ही स्थानीय पर्यटन, व्यापार और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों को भी नया जीवन मिला है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उत्तराखंड के पर्वतीय भूगोल की चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे राज्यों के लिए विमानन केवल यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि आपदा राहत, तीर्थयात्रा, स्वास्थ्य सेवाएं और सामुदायिक जुड़ाव का महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में 18 हेलीपोर्ट्स का विकास किया जा रहा है, जिनमें से 12 पहले से संचालित हो रहे हैं। इन हेली सेवाओं ने आपदा प्रबंधन, संजीवनी सेवा और तीर्थयात्रा को नई गति दी है।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से “पर्वतीय विमानन नीति” के गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि देश के पर्वतीय राज्यों को विमानन क्षेत्र में विशेष रणनीति और सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने प्रस्तावित नीति में निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल करने की सिफारिश की:
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विशेष वित्तीय सहायता और संचालन हेतु सब्सिडी
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पर्वतीय भूगोल के अनुकूल एटीसी (Air Traffic Control) नेटवर्क
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उन्नत और सटीक मौसम पूर्वानुमान तंत्र
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स्लॉटिंग में प्राथमिकता
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आपदा-पूर्व तैयारी के विशेष प्रावधान
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पर्वतीय उड़ानों के लिए विशेष पायलट प्रशिक्षण और सख्त सुरक्षा मानक
मुख्यमंत्री ने विमानन ऑपरेटरों से भी आग्रह किया कि वे पर्वतीय क्षेत्रों में संचालित हवाई सेवाओं के लिए विशेष तैयारी और उच्चतम सुरक्षा उपायों को अपनाएं ताकि यात्रियों का विश्वास और सुविधा दोनों सुनिश्चित रह सकें।
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश से कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान से श्री गौतम कुमार, हरियाणा से श्री विपुल गोयल और उत्तराखंड के मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन सहित सभी संबंधित राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यह आयोजन उत्तर भारत के नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में नए युग की संभावनाओं को रेखांकित करने वाला साबित हुआ।