Uttarakhand: धामी सरकार अलर्ट मोड में, बॉर्डर से लेकर चारधाम तक सुरक्षा चाक-चौबंद

Uttarakhand: धामी सरकार अलर्ट मोड में, बॉर्डर से लेकर चारधाम तक सुरक्षा चाक-चौबंद
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में राज्य की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत राज्य स्तर पर की गई तैयारियों की विस्तार से समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भले ही प्रदेश में स्थिति सामान्य बनी हुई है, लेकिन किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन को पूरी तरह सतर्क और तैयार रहना होगा। मुख्यमंत्री ने बॉर्डर इलाकों में सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं ताकि सीमा क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत लगाम लगाई जा सके। साथ ही प्रदेश के संवेदनशील और सामरिक महत्व के स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों, धार्मिक स्थलों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा के समुचित इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने वेरिफिकेशन ड्राइव को तेज करने और संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान व सत्यापन को प्राथमिकता देने को कहा। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर फैल रही अफवाहों और फेक न्यूज पर तुरंत और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए ताकि प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
सीमावर्ती इलाकों के निवासियों के साथ संवाद स्थापित करने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने प्रशासन को निर्देश दिए कि स्थानीय लोगों के सहयोग से सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने राज्य भर में मॉक ड्रिल कराने की योजना का भी ऐलान किया ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत और प्रभावी रिस्पॉन्स सुनिश्चित किया जा सके। सभी जिलों में खतरे की चेतावनी के लिए सायरन व्यवस्था को दुरुस्त करने और जरूरी उपकरणों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड सरकार हर परिस्थिति में देश के सैनिकों और उनके परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य में सर्वधर्म सभा और पदयात्राओं का आयोजन कर सेना के जवानों का मनोबल बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का हर परिवार सेना से जुड़ा है और देश की एकता ही उसकी असली ताकत है। उन्होंने विश्वास जताया कि राज्यवासी हर चुनौती का सामना करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
चारधाम यात्रा के सुगम और सुरक्षित संचालन पर भी मुख्यमंत्री ने संतोष जताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से कड़ी निगरानी की जाए और जरूरत पड़ने पर कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए। सभी सचिवों को चारधाम यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए भेजने का निर्णय भी लिया गया ताकि यात्रा मार्गों की सुरक्षा और सुविधाओं का प्रत्यक्ष आकलन किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेलीकॉप्टर सेवाओं का संचालन भी सुचारु रूप से जारी है और चारधाम यात्रा की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
आगामी मानसून से पहले सभी विभागों को अपनी तैयारियां पूरी करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि भ्रष्टाचार की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि आम जनता को परेशान करने वाले किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्धन, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, रविनाथ रमन, पंकज पांडे, एडीजी एपी अंशुमन, नितेश झा और सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी समेत राज्य के सभी जिलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।